Rajasthan Digi Fest 2022 : प्रदेश की राजधानी जयपुर के बिड़ला ऑडिटोरियम में राजस्थान डिजी फेस्ट का आयोजन किया जा रहा है। ये फेस्ट दो दिन यानी आज 19 अगस्त और 20 अगस्त को रहेगा। इस डिजिटल मेले में युवाओं का सैलाब उमड़ पड़ा है। अशोक गहलोत भी पहुंचे हैं। उनके साथ मुख्य सचिव उषा शर्मा, प्रमुख वित्त सचिव अखिल अरोड़ा मौजूद हैं। उन्होंने यहां पर देश के कोने-कोने से आए युवाओं के स्टार्ट अप्स और उनकी ईजाद की गई तकनीक का अवलोकन किया। उन्होंने फेस्ट में अपनी तकनीक का प्रदर्शन करने आए युवाओं से बातचीत की, और उनके इनोवेशन के बारे में जानकारी ली।
इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से बातचीत की। उन्होंने यहां कई सवालों के जवाब दिए। उन्होंने कहा कि 40 साल के नौजवान प्रधानमंत्री बने राजीव गांधी जी, उस वक्त से ही सपना देखा गया था कि हमारा मुल्क भी 21st संचुरी में जाए, दुनिया के मुल्कों से पीछे नहीं रहे, वो ही सपना आप देख रहे हैं जिस रूप में आईटी, ई-गवर्नेंस आगे बढ़ी है, राजस्थान उसमें पीछे नहीं है। 10 साल पहले मैंने 3 पर्सेंट बजट रखा था आईटी के लिए हर डिपार्टमेंट के लिए, उसी का परिणाम है कि आईटी सेक्टर आगे बढ़ता गया।
आज चाहे गरीब हो या मध्यम क्लास का हो, अमीर हो, गांव हो, शहर हो, कस्बे हों, मोहल्ले हों, हर जगह पर हम आईटी बेस्ड काम कर सकते हैं, एक रिवॉल्यूशन है, मोबाइल फोन का रिवॉल्यूशन है, इंटरनेट का रिवॉल्यूशन है, उसको आधार बनाकर राजस्थान पीछे नहीं रहेगा, यहां के नौजवानों को पूरे अवसर मिलेंगे आगे बढ़ने के और सरकार चाहे स्टार्टअप हो, चाहे आईटी बेस्ड हो, चाहे ई-गवर्नेंस हो, उसमें हम लोग चाहेंगे कि राजस्थान देश में सबसे अग्रणी पंक्ति में खड़ा रहे, वो ही हमारा प्रयास है, वो ही हमारी अप्रोच है। इसीलिए 2 दिन का जो ये प्रोग्राम रखा गया है, ये सोच-समझकर रखा गया है और राजीव गांधी के नाम से जो इंस्टीट्यूट खड़ी हो रही है, आप देखेंगे, वो भी आने वाले वक्त में युवाओं की बहुत बड़ी प्रेरणा की स्त्रोत रहेगी।
राजीव गांधी इतनी क्रांति लाए लेकिन केंद्र नहीं लेता नाम
गहलोत ने कहा कि केंद्र तो नेहरू-गांधी परिवार के कार्यों का नाम ही नहीं लेता। पंडित नेहरू का नाम नहीं लेते जबकि 10 साल तक जेलों में बंद रहे थे। राजीव गांधी जो 73-74 अमेंडमेंट लाए थे पंचायतों के अंदर, नगर निकायों के अंदर, जिसमें महिलाओं को, एससी-एसटी-ओबीसी को आरक्षण मिला है, वो भी क्रांति थी। केंद्र ने तो कसम खा रखी है कि आप पूर्व प्रधानमंत्रियों के, उनकी उपलब्धियों का नाम लो ही मत, इससे नुकसान उन्हीं को है, उन्हीं को नुकसान है क्योंकि युवा पीढ़ी मोबाइल पर, गूगल पर सब जानती है, सब समझ जाएगी और वो रुकने वाली नहीं है। हम अगला बजट ला रहे हैं युवाओं के लिए, छात्रों के लिए, अभी मैंने आह्वान किया कि जो युवा-छात्र सुझाव देना चाहते हैं, आम जनता देना चाहती है सुझाव दें हम लोगों को, प्रयास करेंगे कि उनको भी सम्मिलित करें उसके अंदर। हमारा सपना ये है कि हम युवाओं को कैसे आगे बढ़ाएं, उसी ढंग से सारे फैसले हम कर रहे हैं।
‘जातिवाद को लेकर भाजपा लगातार राजनीति करती है’
भाजपा पर जातिवाद की राजनीति का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि ये तो राजनीति है, उनको मुबारक हो, हम तो चाहते हैं कि घटना तो होती है देशभर के अंदर, पर घटना पर त्वरित कार्रवाई जितनी राजस्थान में होती है, किसी प्रदेश में नहीं होती है, ये दावे के साथ मैं कह सकता हूं। घटनाएं देश में, दुनिया में होती हैं, हमारे यहां घटनाओं को प्रचार करने में ये लोग और कोई काम इनके पास नहीं है। हमारे शानदार बजट आए हैं, फैसले हुए हैं, चाहे वो चिरंजीवी योजना के हों, चाहे कोई हों, उससे ये लोग घबरा गए हैं। अगले चुनाव में क्या बातें लेकर जाएंगे, अब ये कानून व्यवस्था है, जंगलराज है, ये जुमले गढ़कर बोल रहे हैं। जनता सब समझती है, जनता को मैं समझता हूं कि उत्साह भी है क्योंकि उनको गुड गवर्नेंस का अहसास भी है, उसी रूप में वो हमारा साथ दे रही है।