भारतीय जनता पार्टी ने ग्रामीण ओलंपिक खेलों का नाम पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के नाम पर रखने को लेकर राज्य की
कांग्रेस सरकार पर रविवार को निशाना साधा। मुख्यमंत्री गहलोत ने रविवार को ट्वीट कर जानकारी दी कि राजस्थान में राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक खेल 29 अगस्त से 5 अक्टूबर तक होंगे। उन्होंने कहा कि राजस्थान में ग्रामीण खेलों के पहले महाकुंभ से राजस्थान सरकार आधारभूत ढांचे को तो मजबूत कर ही रही है। साथ ही ग्रामीण खेलों को प्रोत्साहन देकर राज्य में एक नई खेल संस्कृति को जन्म दे रही है।
मुख्यमंत्री द्वारा सोशल मीडिया पर दी गई जानकारी पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां ने कहा कि यह पहली बार नहीं है कि खेल महाकुंभ का आयोजन किया जा रहा है। पूनियां ने सोशल मीडिया पर लिखा कि खेल महाकुंभ के इतिहास में जाइए गहलोत जी, यह आयोजन आप पहली बार नहीं कर रहे, इसे एक परिवार के नाम से जोड़ना छोड़िए और वास्तविकता के धरातल पर तथ्य बताइए।
सीएम की पहल नहीं हो रही है बर्दाश्त
आईटी विभाग के प्रभारी अमित मालवीय पर पलटवार करते हुए मुख्यमंत्री गहलोत के विशेषाधिकारी (ओएसडी) लोके श शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री की तरफ से खेलों में की गई यह पहल शायद आपको बर्दाश्त नहीं हो पा रही है। आपके हिसाब से तो सब कुछ मोदी को ही करना है। उन्होंने कहा कि आपका भाषा ज्ञान इतना कमजोर है कि यह भी नहीं पता कि भारत में किसी भी विशाल आयोजन को कुंभ या महाकुंभ की उपमा दी जाती है।
29 अगस्त से होगी गेम्स की शुरुआत
गौरतलब है कि प्रदेश में ग्रामीण ओलंपिक के तहत छह खेलों कबड्डी, निशानेबाजी वॉलीबाल, हॉकी, खो-खो और टेनिस बाल
क्रिकेट की प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। ग्राम पंचायत स्तर पर 29 अगस्त से चार दिन, ब्लॉक स्तर पर 12 सितंबर से
चार दिन और जिला स्तर पर 22 सितंबर से तीन दिन तक खेलस्पर्धाएं आयोजित की जाएंगी। राज्य स्तरीय मैच दो अक्टूबर से जयपुर के एसएमएस स्टेडियम में होंगे। खेलों का समापन पांच अक्टूबर को होगा।
पहली बार गुजरात में हुआ आयोजन: BJP
पूनियां ने कहा कि यह बहुत ही गर्व का विषय है कि खेल महाकुंभ का आयोजन पहली बार 2010 में गुजरात में नरेन्द्र मोदी ने किया था। भाजपाआईटी विभाग के प्रभारी अमित मालवीय ने भी इस संबंध में ट्वीट किया। उन्होंने लिखा कि खेल महाकुं भ का आयोजन पहली बार 2010 में गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। तब से ये खेल हर साल हो रहे हैं। मालवीय ने कहा कि मोदी जी के उत्कृष्ट प्रयोजनों से सीखना अच्छी बात है, पर उससे राजीव गांधी का नाम जोड़ कर देश में पहली बार ऐसा कार्यक्रम हो रहा है, ऐसा कहना गलत है।