Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान में विधानसभा चुनावों को लेकर चुनावों की तारीखों का ऐलान होते ही बीजेपी ने 41 उम्मीदवारों की अपनी पहली लिस्ट जारी कर दी है जिसमें 7 सांसदों को राजस्थान के चुनावी मैदान में उतारा गया है. वहीं बीजेपी ने मध्य प्रदेश की तर्ज पर राजस्थान में भी सांसदों को चुनावी मैदान में उतारा है जहां बताया जा रहा है बीजेपी तीन हिंदी पट्टी के राज्यों में इसी रणनीति पर आगे बढ़ेगी.
बीजेपी आलाकमान की ओर से जारी 41 नामों में से विधानसभा चुनाव में 7 सांसद अपनी किस्मत आजमाएंगे जिनमें दीया कुमारी, किरोड़ीलाल मीणा जैसे नाम भी शामिल हैं. बीजेपी की लिस्ट जारी होने से पहले ही माना जा रहा था कि एमपी की तरह ही राजस्थान में भी कई सांसदों और मंत्रियों को टिकट दिया जा सकता है.
ये 7 सांसद आजमाएंगे विधानसभा चुनावों में किस्मत –
- मंडावा से नरेंद्र कुमार
- झोटवाड़ा – राज्यवर्धन सिंह राठौड़
- विद्याधर नगर – दिया कुमारी
- तिजारा – बाबा बालकनाथ
- सवाई माधोपुर – किरोड़ी लाल मीणा
- किशनगढ़ – भागीरथ चौधरी
- सांचौर – देवजी पटेल
मंडावा से नरेंद्र कुमार
शेखावाटी में कलाप्रेमी सेठों की हवेलियों के लिए प्रसिद्ध मंडावा राजनीतिक तौर पर कांग्रेस का गढ़ रहा है। यहां से बीजेपी ने सांसद नरेंद्र कुमार को टिकट दिया है। बता दे कि पिछले दिनों सीएम अशोक गहलोत की बिसाऊ में सभा और इससे पहले भाजपा की परिवर्तन यात्रा ने यहां सियासी पारा बढ़ा दिया है। कांग्रेस में सात बार के विधायक रामनारायण चौधरी की पुत्री मौजूदा विधायक कुमारी रीटा चौधरी अकेली दावेदार हैं।
झोटवाड़ा से राज्यवर्धन सिंह राठौड़
राजस्थान की 200 विधानसभा में सबसे बड़ी विधानसभा जयपुर की झोटवाड़ा है। यहां से बीजेपी ने जयपुर ग्रामीण से सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को टिकट दिया है। वर्ष 2014 में भाजपा ने उन्हें जयपुर ग्रामीण लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया। उस चुनाव में उन्होंने कांग्रेस के दिग्गज राजनेता तत्कालीन केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री सी. पी. जोशी को हराया। राठौड़ को वर्ष 2014 से 2019 के बीच केन्द्र सरकार में कैबिनेट मंत्री का पद भी मिला। वे वर्ष 2019 में लगातार दूसरी बार भी जयपुर ग्रामीण से सांसद बने। वर्तमान में भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं।
विद्याधर नगर सीट से दिया कुमारी
विद्याधर नगर सीट पर कांग्रेस पिछले 15 सालों से बस हार रही है। यहां पर केवल भाजपा का डंका बजता रहा है। इस बार बीजेपी ने विद्याधर नगर सांसद दीया कुमारी को टिकट दिया है। दीया कुमारी ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत 2013 में बीजेपी से शुरू हुई। इसके बाद 2013 में सवाई माधोपुर विधानसभा सीट से भाजपा के टिकट पर जीतकर विधायक बनी। इसके बाद दीया कुमारी 2019 में राजसमंद लोकसभा सीट से सांसद बनी।
तिजारा विधानसभा से सांसद महंत बालक नाथ
भगवा कपड़ों ने रहने वाले अलवर से सांसद महंत बालक नाथ को बीजेपी के फायरब्रांड नेताओं में से एक माना जाता है। बीजेपी ने अलवर जिले की तिजारा विधानसभा से सांसद महंत बालक नाथ को मैदान में उतारा है। महंत बालक नाथ ओबीसी यादव समुदाय से आते हैं। इन्होंने 2019 के लोकसभा चुनावों में अलवर से कांग्रेस के दिग्गज नेता भंवर जितेंद्र सिंह को हराया था।
सवाई माधोपुर से मैदान में किरोड़ी लाल
बीजेपी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ीलाल मीणा को बीजेपी ने सवाई माधोपुर से मैदान में उतारा है जहां वह 1980 से राजनीति में सक्रिय रहे हैं. 2008 में वसुंधरा राजे से उनके रिश्ते में खटास आने के बाद उन्हें बीजेपी से निष्काषित कर दिया गया था जिसके बाद वह पीए संगमा की पार्टी नेशनल्स पीपुल्स पार्टी का हिस्सा बने.
वहीं राजस्थान में हुए 2013 के चुनावों में उन्होंने 150 उम्मीदवार उतारे जिनमें से केवल चार ही जीत पाए. इसके 10 साल बाद 2018 में उनकी फिर से घर वापसी हुई और बीजेपी में आने के बाद पार्टी ने उन्हें राजस्थान से राजसभा सांसद बनाकर दिल्ली भेज दिया.
किशनगढ़ से भागीरथ चौधरी
भारतीय जनता पार्टी ने किशनगढ़ से दो बार विधायक रहे और वर्तमान में अजमेर संसदीय सीट से सांसद भागीरथ चौधरी को किशनगढ़ से अपना उम्मीदवार घोषित किया है। भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने अजमेर लोकसभा सांसद भागीरथ चौधरी को जब किसान मोर्चे का प्रदेश अध्यक्ष बनाया था तभी से कयास लगाए जा रहे थे कि किसानों से जुड़े भागीरथ चौधरी के लिए चुनाव से पहले इतना बड़ा पद मिलना आगामी चुनाव की रणनीति का हिस्सा है।
सांचौर से सांसद देवजी पटेल
जालौर-सिरोही सांसद देवजी पटेल को पार्टी ने सांचौर से मैदान में उतारा है।