Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान में विधानसभा चुनावों की रणभेरी बजने के साथ ही पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी) को लेकर आज प्रियंका गांधी दौसा पहुंची। इस दौरान कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला है। इधर, नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने प्रियंका गांधी के भाषण पर निशाना साधते हुए कहा है कि प्रियंका गांधी ने ईआरसीपी को लेकर जनता को भ्रमित करने का काम किया है
राजनीतिक पर्यटक की भांति आई प्रियंका गांधी
राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ निशाना साधते हुए कहा कि दौसा के सिकराय में ईआरसीपी को लेकर आयोजित सभा में राजनीतिक पर्यटक की भांति आई कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने ईआरसीपी को लेकर जनता को भ्रमित करने का काम किया है। सभा में प्रियंका गांधी जी ने जनता को यह नहीं बताया कि 23 जनवरी 2023 को महामहिम राज्यपाल अभिभाषण के पैरा 170 में सरकार ने वर्ष 2051 तक इस परियोजना को पूरा करने की बात क्यों कही थी ?
बजट 2021-22 में मुख्यमंत्री जी ने 37 हजार करोड़ की ERCP परियोजना को पूरी करने के लिए प्रतिबद्धता जताई थी। 2023-24 का बजट भी आ गया लेकिन ERCP धरातल पर क्यों नहीं आई ? सरकार ने ERCP की तकनीकी खामियों को दूर क्यों नहीं किया और ERCP को राज्य सरकार द्वारा अपने संसाधनो से पूरा करने के वादे का क्या हुआ ?
25 सितंबर की घटना पर गहलोत सरकार पर तंज
राठौड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सभा में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी जी की उपस्थिति में राजस्थान में कांग्रेस से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर स्वयं को दिखाते हुए नजर आये। 25 सितंबर 2022 को जयपुर में सोनिया गांधी जी के भेजे गये दूतों का अपमान करके और अपने मंत्रियों व साथी विधायकों से परेड करवाई।
मुख्यमंत्री ने कांग्रेस आलाकमान को आंख दिखाई थी और आज प्रियंका गांधी की मौजूदगी में कांग्रेस के चुनाव चिन्ह हाथ को वोट देने की बजाय स्वयं का गुणगान करना गहलोत की हिटलरशाही और ओछी राजनीति को दर्शाता है। यही कारण है कि विज्ञापनों में भी वह सिर्फ स्वयं का चेहरा ही दिखाते हैं। भारतीय जनता पार्टी में तो कमल का फूल सर्वोपरि है लेकिन कांग्रेस में अशोक गहलोत जी के लिए मुख्यमंत्री पद पर स्वयं को दिखाना सर्वोपरि है।
राजस्थान का लचर सिस्टम प्रियंका को नहीं दिखता- राठौड़
राठौड़ ने कहा कि प्रियंका गांधी जी ने महिला होने के नाते राजस्थान में बढ़ते महिला अत्याचार व दुष्कर्म पर कुछ नहीं कहा और कांग्रेस की सारी फ्लॉप हो चुकी योजनाओं का जिक्र कर जनता को भ्रमित करने का जो पैंतरा आजमाया है उसकी हकीकत जनता 5 वर्षों से जानती है। वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में भी राहुल गांधी व प्रियंका गांधी ने राजस्थान में आकर प्रदेश के किसानों, युवाओं, माताओं-बहनों से तमाम वादे किये थे, लेकिन सत्ता में आते ही कांग्रेस ने जनता से किया अपना वादा पूरा नहीं किया।
राठौड़ ने कहा कि प्रियंका गांधी ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं’ का नारा लगाती है लेकिन उन्हें राजस्थान में लचर सिस्टम की शिकार महिलाओं व बच्चियों की पीड़ा दिखाई नहीं देती है वहीं, रणथंभौर में बाघ जरूर दिख जाते हैं। आज कांग्रेस राज में सबसे ज्यादा महिला अत्याचारों की बाढ़ आ गई है जिस वजह से राजस्थान की हर महिला स्वयं को असुरक्षित महसूस कर रही है।
राठौड़ ने कहा कि 5 साल में राजस्थान महिला दुष्कर्म में पहले पायदान पर पहुंच गया, कांग्रेस सरकार में मंत्री राजस्थान को मर्दों का प्रदेश बताकर महिला सम्मान को ठेस पहुंचाते हैं, वीरांगनाओं का सरेराह अपमान होता है लेकिन प्रियंका गांधी ने राजस्थान में महिलाओं के साथ बढ़ते अत्याचार पर मुंह तक नहीं खोला, वहीं अब जाकर चुनावी वर्ष में राजस्थान की याद आई है। महिलाओं ने भी ठान लिया है कि राजस्थान में पर्यटक की भांति आने वाली प्रियंका गांधी के झांसे में अबकी बार कोई नहीं फंसने वाला है।
प्रियंका ने लिया झूठ का सहारा- राठौड़
राठौड़ ने कहा कि भगवान श्री देवनारायण जी के मालासेरी डूंगरी मंदिर में माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने लिफाफा नहीं बल्कि दानपेटी में नगद राशि डाली थी। इसके बावजूद प्रियंका जी ने झूठ का सहारा लेकर राजस्थान की जनता को भ्रमित और गुमराह करने का जो काम किया है उससे जनता कांग्रेस की झूठी बातों में नहीं आयेगी।
राठौड़ ने कहा कि जिस प्रकार राहुल गांधी के राजस्थान दौरे का फायदा भाजपा को मिलता है वैसे ही प्रियंका गांधी के दौरे का लाभ भी भाजपा को मिलेगा। क्योंकि प्रियंका गांधी भी अपने भाई राहुल गांधी की तरह झूठ का भ्रमजाल फैला रही है लेकिन जनता कांग्रेस के झूठ-फरेब को जान गई है। गांधी परिवार के भाई-बहन कितने भी हाथ-पैर मार लें, राजस्थान में अब कांग्रेस का सफाया होना तय है।