डूंगरपुर। कांग्रेस सरकार के 4 साल पूरे होने के विरोध में जन-जन तक सरकार के खिलाफ प्रचार के लिए भाजपा की जनाक्रोश रैली 1 दिसंबर से हर विधानसभा क्षेत्र में निकाली जाएगी। इससे पहले आज डूंगरपुर में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने प्रेस कांफ्रेंस की। जिसमें उन्होंने कांग्रेस सरकार को नाकारा-निकम्मी सरकार बता दिया। उन्होंने कहा कि आज राजस्थान अपराधों की राजधानी बन गया है।
‘राजस्थान के इतिहास में नहीं देखी इतनी नाकारा-निकम्मी सरकार’
सतीश पूनिया ने प्रेस कांफ्रेंस कर जनाक्रोश यात्रा के बारे में बातचीत की। उन्होंने कहा कि पर्यटन और यहां की भौगोलिक संरचना के लिए जाना जाने वाला राजस्थान की गिनती बड़े प्रदेशों में होती है। राजस्थान की राजनीति में 1990 के बाद बदलाव आया, इससे पहले कांग्रेस का एकछत्र राज रहा। किसी भी प्रदेश की प्रगति लिए जो कारण अहम होते हैं। उन्हें कांग्रेस ने बिल्कुल बर्बाद कर दिया। उन्होंने कहा कि मैंने राजस्थान के इतिहास में इतनी नाकारा-निकम्मी, अकर्मण्य सरकार नहीं देखी।
‘कांग्रेस सरकार में झगड़े थमने का नाम ही नहीं ले रहे’
पूनिया ने कहा कि इस बार की कांग्रेस सरकार में झगड़े थमने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। पहले मंत्रिमंडल के लिए झगड़ा, फिर सचिवालय में किसे कौन सा कमरा दिया जाए इसका झगड़ा और अब सीएम के पद को लेकर ही झगड़ा हो रहा है। मैं आपको बता दूं कि हमेशा शांत रहने वाला राजस्थान अपराधों के मामले में आज दिल्ली को भी मात दे रहा है। बलात्कार के मामले में तो राजस्थान पहले स्थान पर है ही अब चोरी, लूट और दलित-वंचितों के खिलाफ अपराधों की खबर से अखबारों के पेज भरे हुए होते हैं।
आप देखिए कि उस राज्य का क्या हाल होगा कि जहां एक नवजात बच्चे को एक श्वान अपने मुंह में उठाकर अस्पताल के बाहर ही घूम रहा हो। वहां क्या हाल होगा कि जहां एक अबला दो रोटी मांगने के लिए आई हो और उसका एक एंबुलेंस में बलात्कार कर दिया हो। थानागाजी गैंगरेप मामले से तो पूरा राजस्थान ही सिहर गया था। बच्चों की आज जो परीक्षाएं होती हैं वे एक दिन आयोजित होती हैं औऱ अगले ही दिन पेपर लीक हो जाने की खबर सामने आ जाती हैं। पूनिया ने कहा कि यहां लाखों की संख्या में बच्चे पेपर देते हैं लेकिन उन लाखों बच्चों के भविष्य के साथ इस सरकार ने लाखों बार खेल किया है।
‘बसपा यानी बिजली, सड़क और पानी को मोहताज हो रहा है प्रदेश’
पूनिया ने आगे कहा कि भ्रष्टाचार इस सरकार में कितना है उसका अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि ये सरकार पैसे देकर दूसरी पार्टी के नेताओं को अपने में मिला लेती है। उदाहरण बसपा का लीजिए। बसपा के 6 विधायकों को इन्होंने अपनी पार्टी में विलय कर लिया। इसका मामला तो अभी भी कोर्ट में विचाराधीन है। लेकिन मैं जिस बसपा की कर रहा हूं वह है, बिजली, सड़क और पानी। आज बिजली का बिल उपभोक्ताओं की कमर तोड़ रहा है। गांवों में बिजली नहीं दी जा रही है। सड़कों की हालत आपको पता ही है और पानी के लिए राजस्थान कब से तड़प रहा है।
‘जनता के लिए ही जन आक्रोश रैली’
जो हालात राजस्थान में बने हैं उससे लगता है कि मैं यहां आपसे बात कर रहा हूं इस दौरान कहीं सरकार के प्राण निकल जाएं, स्थिति इतनी दयनीय हो गई है। कांग्रेस की सरकार इस बार तो नहीं आएगी। जनता में अब इन सबके लिए एक तरह का आक्रोश फैल गया है। इसलिए हमने जनहित में ही इस जनाक्रोश रैली का आयोजन किया है। जिसमें 20 हजार नुक्कड़ सभाएं, 20 हजार जनआक्रोश सभाएं आयोजित की जाएंगी। पूनिया ने कहा कि इस जनाक्रोश रैली को पूरे 200 विधानसभा क्षेत्रों में निकाला जाएगा। लोगों की हर समस्या नोट की जाएगी। सरकार का कारगुजारियों को घर-घर तक पहुंचाया जाएगा। हर विधानसभा में यह सम्मेलन होगा। आज प्रदेश के सभी नेता किसी न किसी जिले में प्रेस कांफ्रेंस कर रहे हैं। मैं आज डूंगरपुर में कर रहा हूं, इसके बाद उदयपुर में यह पीसी होगी। इसके बाद गुजरात चुनाव कैंपेनिंग का प्रोग्राम है।