Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान में विधानसभा चुनावों की रणभेरी बजने के साथ ही पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी) को लेकर कांग्रेस हमलावर मोड में आ गई है। जहां केंद्र सरकार की ओर से राष्ट्रीय परियोजना घोषित नहीं किए जाने को लेकर कांग्रेस की जन जागरण यात्रा जारी है। कांग्रेस की इस यात्रा के दौसा जिले के कांदोली के समीप सिकराय पहुंचने पर आज जनसभा आयोजित हो रही है।
इस दौरान सभा को संबोधित करते हुए टोंक विधायक और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। पायलट ने कहा कि ईआरसीपी पर 5 साल में हमारी सरकार ने काम किया है। लेकिन केंद्र की सरकार भेदभाव की भावना से काम कर ही है।
इसके अलावा पायलट ने सियासी खींचतान पर कहा कि कहीं कोई मनमुटाव नहीं है और अगर है तो उसे भूल जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि जिस तरह राहुल गांधी ने मोहब्बत की दुकान खोली है उसी तरह हमें भी मोहब्बत की दुकान खोलनी है और हम एकजुट होकर हम चुनाव लड़ेंगे.
हाथ की पहचान को आपने हमेशा बरकरार रखा
सचिन पायलट ने आमजन को संबोधित करते हुए कहा कि यहां के क्षेत्र के लोगों ने हमेशा कांग्रेस का साथ दिया है। मुझे गर्व है कि मैं यहां का सांसद रहा हूं। इस हाथ की पहचान को आपने हमेशा बरकरार रखा। आज यहां पर हमारी सरकार है और केंद्र में भाजपा की सरकार है।
ERCP पर 5 साल में हमारी सरकार ने किया काम
ईआरसीपी पर 5 साल में हमारी सरकार ने काम किया है। लेकिन केंद्र की सरकार भेदभाव की भावना से काम कर ही है। इसलिए यहां के लोगों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2-2 बार यहां आकर कहा था कि ईआरसीपी लागू करेंगे। लेकिन प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है इसलिए वे भेदभाव कर रहे हैं।
डोटासरा का पीएम मोदी पर निशाना
इस दौराम पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री ने दो बार प्रदेश के लोगों के साथ वादा किया था कि 2019 में सत्ता में आए तो ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करेंगे। लेकिन दुख की बात है कि राजस्थान के केंद्रीय जल मंत्री होने के बाद भी भाजपा ने यह वादा नहीं निभाया। हमारी सरकार ने इसके लिए 23 हजार करोड़ रुपये का बजट देकर अपना वादा पूरा करने का काम किया है।
सभा में सरकार की योजनाओं को गिनवाया
डोटासरा ने कहा, हमने शानदार काम किए हैं। 25 लाख का तक का इलाज फ्री, इंदिरा रसोई, ओपीएस, फ्री बिजली, सिलेंडर जैसे काम किए हैं। हमारा कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को यह बता रहा है कि भाजपा ने जो वादे किए उन्हें पूरा नहीं किया। भाजपा के सांसदों को विधानसभा चुनावों में उतार कर भाजपा 2023 की लड़ाई नहीं लड़ना चाहती। बल्कि वह 2024 की अपनी एंटी इनकमबेंसी कम करना चाहती हैं।