Congress MLA Ganesh Ghogra: लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टी के नेताओं के बीच आपसी कलह खुलकर सामने आ रही है। गुरुवार को डूंगरपुर से विधायक गणेश घोगरा (Ganesh Ghogra) ने चोरासी से भारत आदिवासी पार्टी के विधायक राजकुमार रोत (Raj Kumar Roat) पर कई आरोप लगाए। राजकुमार रोत ने घोगरा पर आरक्षण बेचने का आरोप लगाया था। डूंगरपुर विधायक ने राजकुमार रोत पर पलटवार करते हुए 25 करोड़ में जनता को बेचने सहित कई गंभीर आरोप लगाए।
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’25 करोड़ में बेच डाले युवाओं के सपने’
गणेश घोगरा ने कहा कि जब गहलोत सरकार संकट में थी तो बीटीपी विधायक राजकुमार रोत और रामप्रसाद ने समर्थन देने के लिए 25 करोड़ रुपए लेकर युवाओं के सपने बेच दिए थे। जबकि उन्हें उस समय 25 लेने की बजाय अपने क्षेत्र के विकास की मांगें रखनी चाहिए थी। इसके अलावा विधायक गणेश घोगरा ने कांकरी डूंगरी हुए दंगों का जिम्मेदार भी राजकुमार रोत को ठहराया।
‘पार्टी छोड़ते ही मालवीय से रिश्ता खत्म’
घोगरा ने कहा कि राजकुमार रोत और बीटीपी नेताओं ने अपने भाषणों में जनता को गुमराह करने का काम किया है और कई निर्दोष युवाओं को मुकदमों में फंसाकर उनका भविष्य बर्बाद कर दिया। राजकुमार रोत के महेंद्रजीत सिंह मालवीया और गणेश घोगरा के ‘गुरु चेला’ वाले बयान पर कहा, ‘महेंद्र जीत सिंह मालवीया जब तक कांग्रेस में रहे वे वरिष्ठ कांग्रेसी नेता होने के नाते गुरु समान थे, लेकिन उनके पार्टी छोड़ने के बाद यह रिश्ता समाप्त हो चुका है।’
‘यमराज आ जाए तो भी कांग्रेस नहीं छोडूंगा’
घोगरा ने कहा कि कांग्रेस मेरी मां है और यमराज भी आकर कहें तो वे कांग्रेस पार्टी नहीं छोड़ेंगे, बल्कि अपने प्राण छोड़ देंगे। उन्होंने कहा कि राजकुमार स्वार्थी हैं। बीटीपी पार्टी के संविधान में एक व्यक्ति को दो बार टिकट नहीं देना का प्रावधान है इसलिए उन्होंने दूसरी पार्टी बनाई। जनता को गुमराह कर दोबारा विधायक बने।
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