कोटा जितना एजुकेशन हब के लिए जाना जाता है, उतना ही यहां पढ़ने वाले छात्रों के सुसाइड के लिए भी। यहां के जवाहर नगर थाना क्षेत्र में स्थित एक कोचिंग स्टूडेंट ने आत्महत्या कर ली। मृतक छात्र नवनीश नायडू अंडमान निकोबार का रहने वाला था। छात्र के खुदकुशी करने के पीछे चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। छात्र 5 महीने से ऑनलाइन फ्री फायर गेम खेल रहा था। पिता का आरोप है कि उसका दोस्त भी लगातार उसे गेम खेलने के लिए बोल रहा था। इसी तनाव के चलते उसने फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया।
कोचिंग की मदद से नीट की तैयारी कर रहा था छात्र
मृतक छात्र नवनीश नवासी नायडू तीन भाइयों में सबसे बड़ा था। वो कोटा में कोचिंग से नीट की तैयारी कर रहा था। पिछले साल सितंबर से कोटा में रह रहा था। जब छात्र रविवार सुबह कमरे से बाहर नहीं निकला तो पीजी मालिक रूम में देखने पहुंचा, जहां छात्र मृत पड़ा था। सुसाइड करने वाले कोचिंग छात्र के परिजन सोमवार को कोटा पहुंचे। पुलिस ने परिजनों की मौजूदगी में शव का पोस्टमॉर्टम करवाया। मृतक छात्र के पिता पोलोनेनी नवासी नायडू पुलिस में एएसआई (कम्युनिकेशन) हैं। उन्होंने बताया कि दोस्त उनके बेटे पर फ्री फायर गेम खेलने के लिए प्रेशर बना रहा था। कुछ दिन पहले बेटे ने पिता को फोन कर ले जाने को कहा था।
बेटे ने कहा था- लेने आ जाओ
पिता पोलोनेनी नवासी नायडू ने बताया कि उनका बेटा 5 महीने से ऑनलाइन गेम खेल रहा था। पता लगा तो उसको समझाया था कि अपनी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है। पढ़ाई में मन नहीं लग रहा हो या कोई प्रेशर हो तो लेने आ जाता हूं। बेटे ने कहा था कि अच्छे नंबर लाकर दिखाऊंगा और डॉक्टर बनूंगा। 20-25 दिन पहले बेटे ने फोन कर कहा था कि पापा मुझे लेने आ जाओ। तब उसको समझाया था कि 3 महीने बाद कोचिंग खत्म हो जाएगी। अभी स्कूल में एडमिशन भी नहीं होगा।
गेम खेलने का शक होने का कोचिंग संचालक को दे दिया बेटे का लैपटॉप
पिता ने कहा कि बेटा 28 जून से कोचिंग नहीं जा रहा था। उससे बात हुई थी। उस समय वो अपसेट था। उसने बोला मंडे से कोचिंग जाऊंगा। ऑनलाइन गेम खेलने का शक हुआ तो उन्होंने फिर से समझाया और डांट दिया। लैपटॉप को हॉस्टल संचालक को हैंड ओवर करवा दिया।