Beggar Free Campaign : भिखारी शब्द का अर्थ होता जिसके पास कुछ न हो! लेकिन अब तो भीख मांगने वाले भी लखपति और करोड़पति बन रहे हैं। ऐसा ही एक मामला इंदौर से सामने आया है। जहां भिखारी मुक्त अभियान के तहत राजस्थान के बारां से संबंध रखने वाली इंद्रा नामक एक महिला को गिरफ्तार किया गया है, जिसके पास 20 हजार का स्मार्टफोन, बाइक, जमीन, दो मंजिला मकान और लाखों की नकदी तक है। इंद्रा इंदौर के चौराहे पर भीख मांगती है। हैरतअंगेज बात यह है कि इंद्रा ने चौराहे पर 45 दिन भीख मांगकर 2.50 लाख रुपए जमा कर लिए।
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नाबालिग बच्चों को बनाया भिखारी
इंद्रा तीन बच्चों की मां हैं और उन्होंने अपने नाबालिग बच्चों को भी भिखारी बना दिया। उनके पति भी भीख मांगते हैं। यह लखपति भिखारी महिला इंदौर में चल रहे भिखारी मुक्त अभियान में अपनी बेटी के साथ भीख मांगते हुए पकड़ी गई है। पुलिस महिला को गिरफ्तार कर केस दर्ज किया है। इस मामले की भनक लगते ही इंद्रा का पति अपने दो बच्चों को लेकर राजस्थान के लिए फरार हो गया। वहीं उनकी बेटी को सुधार गृह में भेज दिया, जहां उसने बताया कि मां भीख मंगवाती थी।
भीख मांग रही हूं कोई चोरी तो नहीं…
इंदौर को भिखारी मुक्ति बनाने के लिए वहां के कलेक्टर आशीष सिंह के निर्देश पर पांच दिन पहले संस्था प्रवेश की प्रमुख रुपाली जैन ने इंद्रा को उसकी बेटी के साथ भीख मांगते हुए पकड़ा। पूछताछ में इंदिरा ने कहा कि भीख ही तो मांग रही हूं, चोरी तो नहीं कर रही हूं। इसके अलावा महिला ने बताया कि उन्हें बाइक भी चलानी आती और लाइसेंस भी है। ऐसें में सवाल ये खड़ा होता है कि आखिर इंद्रा ने लाइसेंस कैसे बनवाया? यह भी जांच का विषय है।
इंद्रा को भेजा जेल
इंदौर जिले के बाणगंगा थाने के सब इंस्पेक्टर ईश्वरचंद राठौड़ ने बताया कि इंद्रा बाई को सीआपीएफ की धारा 151 के तहत गिरफ्तार किया गया। उसे एसीपी की अदालत में पेश किया गया और वहीं से न्यायिक हिरासत के तहत जेल भेज दिया।
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