राहुल गांधी ने अलवर के मालाखेड़ा में हुई महारैली में जनता को संबोधित करते हुए कहा था कि नेताओं और मंत्रियों को लोगों के बीच जाना चाहिए। ग्रामीण इलाकों में जाना चाहिए। उन्हें पैदल यात्रा करनी चाहिए, ताकि लोगों की समस्याओं को सुन सकें, उन्हें सरकार तक पहुंचा सके और उन समस्याओं का समाधान हो सके। जिससे लोगों को सुहूलियतें मिले। लेकिन राहुल गांधी के इस वक्तव्य पर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने तंज कसा है। उन्होंने कहा है कि पैदल यात्रा निकालने से विकास होता तो मैं भी साथ चलता हूं।
जब नेता-कार्यकर्ता नहीं राहुल गांधी तक पहुंच पा रहे तो आम लोग कैसे पहुुंचें
गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि राहुल गांधी सैकड़ों हजारों किलोमीटर पैदल चल रहे हैं, तो उन्हें अब उसका आनंद आ गया होगा। लेकिन आप बताएं कि इस भीड़ में कितने आम राहुल गांधी के पास पहुंचे होंगे और उन्हें अपनी समस्याएं बताई होंगी। राहुल गांधी के आसपास तो सरकारी लोगों का तामझाम इतना ज्यादा है कि आम लोग तो उनके पास तक नहीं आ पाएंगे। जब नेता और कार्यकर्ता उनसे नहीं मिल पा रहे हैं। तो आप लोग कैसे मिलेंगे। कटारिया ने कहा कि राहुल गांधी अपने मंत्रियों को 15-15 किलोमीटर पैदल चलने को तो कह रहे हैं। लेकिन वह मुझे यह बताएं क्या पैदल चलने से विकास होता है? अगर इस तरह से विकास होता है तो मैं भी पैदल चलना शुरू कर दूं।
लाखों-करोड़ों का खर्चा कर यात्रा सिर्फ दिखावा
कटारिया ने कहा कि अगर जनता की समस्याओं को सुनना है और उन्हें दूर ही करना है तो जनता से सीधा संवाद करने की जरूरत है ना कि पैदल चलने की। इस तरह के लाखों का खर्च उठा कर इतने तामझाम से यात्राएं निकालने से ना ही जनता अपनी समस्या सुनाती है, ना ये सुनते हैं और ना ही विकास होता है। कटारिया ने कहा कि राहुल गांधी और कांग्रेस को सच्चे मन से लोगों की समस्याएं सुनते तो इतनी बड़ी यात्रा नहीं निकालते।
उन्होंने कहा राहुल गांधी और कांग्रेस सिर्फ और सिर्फ दिखावा कर रहे हैं। उन्होंने अपनी यात्रा में लाखों करोड़ों रुपए खर्च किए हैं। सबसे ज्यादा तो अलवर में खर्च हुआ है और मैं आपको बता दूं कि अलवर में जितनी दुष्कर्म की घटनाएं सामने आई हैं, नाबालिग बच्चियों से रेप की घटनाएं सामने आई है। वहां पर पुलिस ने कई मामलों में FR लगा दी है। अब मुझे कोई यह बताए कि अलवर में कौन पीड़िता का पिता आया और राहुल गांधी से अपनी समस्याओं को बताया होगा।
आखिरी साल में दिख रही हैं जनता की सारी परेशानियां
गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि अशोक गहलोत सिर्फ चुनावी घोषणा करते हैं। उन्होंने 500 रुपए में सिलेंडर देने की बात कह दी है। लेकिन वे यह करेंगे कैसे क्या उन्हें अंदाजा भी है? यह घोषणा सिर्फ और सिर्फ चुनावी जुमला है। कटारिया ने कहा कि सीएम गहलोत अभी तक 4 बजट ला चुके हैं। लेकिन उन्होंने इसमें ऐसी कोई घोषणा नहीं की। तो फिर ऐसा क्या हुआ कि इस आखिरी बजट में उन्हें जनता की सारी समस्याएं दिखाई दे रही हैं और वह उनके समाधान की घोषणा इस बजट में कर रहे हैं। कटारिया ने कहा कि जनता इन 4 सालों में गहलोत सरकार को अच्छी तरह पहचान गई है।
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