बाड़मेर। सरकारी स्कूलों में छात्राओं या अध्यापिकाओं से दुराचार करने वाले शिक्षक अब सरकार के निशाने पर हैं। इसको लेकर सोमवार को शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने बाड़मेर में कहा कि माताओं-बहनों का अपमान करने वाले टीचर्स की कुंडली तैयार करा रहा हूं। उनकी संपत्तियों की पहचान कर नेस्तनाबूद करूंगा। शिक्षा मंत्री दिलावर, यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा दोपहर 1 बजे बाड़मेर में आदर्श विद्या मंदिर शिक्षण संस्थान के स्कूल के भूमि पूजन व शिलान्यास कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे।
इस दौरान शिक्षा मंत्री दिलावर ने कहा कि मैंने संकल्प लिया है, जिन टीचर्स ने माताओं-बहनों का अपमान और दुराचार किया है, उनकी कुंडली तैयार करवा रहा हूं। उन्होंने अगर अवैध तरीके से या सरकारी नियमों के विपरीत संपत्ति बनाई है तो उसे नेस्तनाबूद करूंगा। उन्होंने पुलिस व शिक्षा विभाग के अधिकारियों से कहा कि ऐसे टीचर्स की सूची तैयार करें, ताकि शिक्षा के क्षेत्र से दुराचारियों का नाश हो।
यह खबर भी पढ़ें:-भाई को याद कर भावुक हुईं वसुंधरा राजे, बोलीं-‘लोकसभा चुनाव में 400 से अधिक सीटों पर NDA की जीत तय’
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर बोले आज वीर सावरवकर की पुण्यतिथि है, उनको नमन करता हूं। वीर सावरकर को आजीवन कारवास की सजा मिली। वे महान क्रांतिकारी थे। देश आजाद होने के बाद भी वे जेल में रहे। कुछ राजनीतिक पार्टियों के लोग कहते हैं कि वे अंग्रेजों के एजेंट थे। इसलिए उन्होंने जमानत पर आने के लिए माफी मांगी थी। ऐसा कहने वाले देश के दुश्मन हैं। वीर सावरकर हमारे आदर्श और प्रेरणा पुंज हैं। हमें उनके जीवन से प्रेरणा लेकर आगे बढ़ना चाहिए।
आजाद व भगतसिंह को आतंकी पढ़ाया
शिक्षा मंत्री दिलावर ने कहा कि देश में कई सरकारें ऐसी रहीं, जिन्होंने देश के वास्तविक इतिहास को भुलाने का प्रयास किया। ऐसा पाठ्यक्रम किताबों में डाला। आपने और मैंने भी पढ़ा कि अकबर महान था। शिवाजी पहाड़ी चूहा थे, चंद्रशेखर आजाद, भगतसिंह आतंकवादी थे। यह पढ़ाकर हमको क्या देना चाहते थे, यह समझ में नहीं आया। अकबर मीना बाजार लगा कर सुंदर माताओं और बहनों को उठाकर ले जाता था और उनके साथ रेप करता था तो वो महान कैसे हो गया।
वो तो आंक्राता, दुराचारी, बलात्कारी था। इसलिए अकबर को सिलेबस में डालने वालों से ज्यादा निष्कृष्ट कोई नहीं हो सकता। जिन सरकारों ने इनको मान्यता दी वह भी ठीक नहीं किया है। मैं चाहता हूं कि अब किसी भी जगह पर अकबर महान नहीं पढ़ाया जाना चाहिए, उसे दुराचारी ही पढ़ाया जाए।
दुराचार करने वाला टीचर नहीं राक्षस
मंत्री दिलावर ने कहा कि टीचर मां-बाप से ज्यादा सम्मानित व्यक्ति होता है। टीचर बच्चों के साथ दुराचार करे तो वह टीचर नहीं राक्षस है। राजस्थान सरकार ने निर्णय लिया है कि ऐसे जितने भी टीचर हैं जिन्होंने माता-बहनों का अपमान-दुराचार किया है। ऐसे सब लोगों की कुंडली तैयार कर रहा हूं। उनकी अवैध संपत्ति को नष्ट करूंगा। यह संकल्प लिया है। पुलिस व शिक्षा विभाग के अधिकारी समन्वय कर ऐसे लोगों की सूची तैयार करें। उन्होंने कहा कि संस्कृत व सामान्य स्कूल के करीब 80 हजार टीचर हैं। इसमें लगभग 1 करोड़ के आसपास स्टूडेंट्स पढ़ते हैं। कुछ लोगों ने सरकारी स्कूलों को बदनाम कर रखा है।
टीचर खुद घर से पढ़कर आए
शिक्षा मंत्री ने कहा कि टीचर को घर से पढ़कर स्कूल जाना चाहिए। अधिकांश टीचर खुद पढ़कर नहीं आते। ऐसे में वे स्टूडेंट्स की शंका का समाधान नहीं कर पाते। वे प्रश्न टालने का प्रयास करते हैं। इस मौके पर विधायक डॉ. प्रियंका चौधरी, पोकरण विधायक महंत प्रतापपुरी, चौहटन विधायक आदूराम मेघवाल, भाजपा जिलाध्यक्ष दिलीप पालीवाल, भाजपा नेता स्वरूप सिंह खारा, दीपक कड़वासरा और संस्थान के पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे।
यह खबर भी पढ़ें:-10 सालों में नया भारत बनते देखा, देश में हो रहा विकास… PM ने 554 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की रखी नींव