Rajasthan Assembly Election : राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे इस वक्त देव दर्शन यात्रा पर हैं। आज वे सीकर के शाकंभरी माता के दर्शन पर हैं। अगर इनके पिछले दौरों की बात करें तो 10 अक्टूबर से वे देव-दर्शन यात्रा पर हैं। इन दौरों के बीच में उनकी कुछ तस्वीरें भी सामने आ रही हैं जिसमें उनके साथ अपार जनसैलाब दिखाई दे रहा है। सियासी महकमे में चर्चा तो यह है कि वसुंधरा देवदर्शन के बहाने जनता के बीच अपनी पैठ बढ़ा रही हैं और केंद्रीय नेतृत्व को अपनी ताकत दिखा रही हैं।
वसुंधरा के दौरों की अगर बात करें तो आज वे सीकर के शाकंभरी माता के दर्शन पर हैं। सीकर जाते वक्त रास्ते में चौमूं में उनका स्वागत हुआ। भाजपा नेता शंकर गौरा के नेतृत्व में वसुंधरा राजे का स्वागत सत्कार हुआ। इस दौरान भाजपा नेता डॉ. श्रवण बराला भी मौजूद रहे। इससे पहले 13 अक्टूबर को वे सतीश पूनिया के गढ़ आमेर के शिला माता मंदिर पहुंची थीं। इसके बाद भगवान अंबिकेश्वर शिव मंदिर में भी शीश नवाया और नीलकंठ से सृष्टि के कल्याण की प्रार्थना की। शिव मंदिर में दर्शन के बाद पूर्व सीएम वसुधंरा राजे ने आमेर के भैरवनाथ मंदिर में हाजिरी लगाई तथा बाबा से देश-प्रदेश की सुख-समृद्धि की विनती की।
आमेर वैसे तो सतीश पूनिया का गढ़ माना जाता है और वसुंधरा-पूनिया की गुटबाजी जगजाहिर है। लेकिन आमेर में वसुंधरा के समर्थन में यहां जनसैलाब उमड़ पड़ा। जिससे एक बात तो साफ हो जाती है। ये गुटबाजी पूनिया औऱ राजे की व्यक्तिगत है उसका समर्थन पर कोई असर नहीं है। थोड़ा और पीछे जाएंगे तो देखेंगे कि वसुंधरा राजे 12 अक्टूबर को बीकानेर, 11 अक्टूबर को जयपुर, टोंक, बूंदी, कोटा और झालावाड़-बारां गई थीं। हाड़ौती संभाग में हुई तेज बारिश से आई विपदा को भी उन्होंने करीब से देखा। उन्होंने इस आपदा का हवाई सर्वेक्षण किया। झालावाड़ की जनता पर संकट के उस दौर में उनकी परेशानी को समझने के लिए वे सबसे पहले गईं इससे उन्होंने अपने विरोधियों के साथ-साथ जनता को भी दिखा दिया है कि संकट कोई भी हो वसुंधरा उनके लिए हमेशा खड़ी हैं।
वसुंधरा राजे की यात्रा से एक बात तो भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने भी साफ कर दी है कि अगर किसी यात्रा से दर्शनों से भाजपा को फायदा मिलता है तो इसमें गलत क्या है। यह बयान सीधे-सीधे वसुंधरा राजे और पूनिया को लेकर था। क्योंकि राजे औऱ पूनिया अलग-अलग यात्राएं कर रहे हैं और शक्ति प्रदर्शन का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं। अभी तक राजनीतिक विश्लेषकों के बीच यह चर्चा थी कि भाजपा को चुनावों में कांग्रेस को टक्कर देने के लिए एक मजबूत, चर्चित और लोगों से जुड़े रहने वाला नेता चाहिए। वसुंधरा राजे की यात्राओं में मिल रहे अपार जनसमर्थन से यही लगता है कि वसुंधरा राजे भाजपा को जबरदस्त फायदा पहुंचा रही हैं।
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