CM Ashok Gehlot Jodhpur Visit : तीन दिन से जोधपुर दौरे पर चल रहे सीएम अशोक गहलोत (Ashok gehlot) की बुधवार सुबह अचानक तबीयत बिगड़ गई। बताया जा रहा है कि गर्मी ज्यादा होने की वजह से उन्हें अचानक चक्कर आने लगे। वहां मौजूद अधिकारियों ने मेडिकल टीम को बुलाया। एसएन मेडिकल कॉलेज की टीम ने सर्किट हाउस पहुंचकर उनकी जांच की। गहलोत बुधवार सवेरे जोधपुर के सर्किट हाउस में जनसुनवाई कर रहे थे।
तभी अचानक गहलोत को चक्कर आने लगे और तबीयत बिगड़ने लगी। सूचना पर मेडिकल कॉलेज के कॉर्डियोलॉजिस्ट डॉ. पवन सारड़ा और उनकी टीम सर्किट हाउस पहुंची और जांच की। यहां बीपी समेत अन्य जांच की गई। जनसुनवाई में करीब 600 से ज्यादा लोग अपनी शिकायत लेकर पहुंचे थे। अशोक गहलोत इन लोगों की शिकायत सुन रहे थे, इसी दौरान तबीयत बिगड़ने लगी। इसके बाद जनसुनवाई को रोकना भी पड़ा। हालांकि डाक्टरी जांच के बाद गहलोत पाली के लिए रवाना हो गए।
रेस्ट नहीं हो पाने से बिगड़ा स्वास्थ्य
मुख्यमंत्री गहलोत लगातार तीन दिन से (CM Ashok Gehlot Jodhpur Visit) जोधपुर के दौरे पर हैं। अपने दौरे के दौरान वे रेस्ट नहीं कर पाए। 2 घंटे धूप और गर्मी में लोगों की समस्याएं सुनने के दौरान उनकी तबीयत खराब हो गई। कोरोना इंफेक्शन होने के बाद मुख्यमंत्री को हार्ट की प्रॉब्लम हुई थी और स्टेंट डाला गया था। तबीयत खराब होने से पहले गहलोत ने आमजन के बीच पहुंचकर उनकी समस्याएं सुनते हुए त्वरित समाधान के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए।
जनसुनवाई में जोधपुर शहर, ग्रामीण क्षेत्रों तथा आस-पास के क्षेत्रों से आए लोगों ने अपनी समस्याओं से अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने जनसुनवाई में दिव्यांगजनों के पास जाकर बातचीत की। उन्होंने समस्याओं के बारे में पूछा और अधिकारियों से भी जानकारी ली। गहलोत ने दिव्यांग जनों से संबंधित सभी प्रकार के लम्बित प्रकरणों को त्वरित निस्तारित करने के लिए सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग और चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश दिए।
गणेश मंदिर में CM Gehlot ने की पूजा-अर्चना
गहलोत ने गणेश चतुर्थी पर जोधपुर के रातानाड़ा गणेश मंदिर पहुंचे। उन्होंने भगवान श्री गणेश की प्रतिमा के दर्शन कर पूजा-अर्चना (CM Ashok Gehlot Jodhpur Visit) करते हुए प्रदेश व प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि एवं खुशहाली के लिए प्रार्थना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान गणेश के जन्मोत्सव, गणेश चतुर्थी पर्व के पावन भाव से प्रेरित होकर स्वतंत्रता सेनानी लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक ने देश को आजाद करवाने के लिए गणेशोत्सव की शुरुआत की थी।
उन्होंने कहा कि विवाह संस्कार से लेकर प्रत्येक शुभ कार्य का आरंभ गणेश पूजा से ही होता है। गरीब को गणेश मानकर सेवा करने की परंपरा हमारे देश में है। गहलोत ने कहा कि यह त्योहार अनेक पावन भाव लिए हुए है। प्रदेशवासियों से अपील है कि वे गणेश चतुर्थी के पर्व को सौहार्द और उल्लास से मनाएं। साथ ही कहा कि प्रदेश में अमन-चैन, भाईचारा और सद्भावना बनाए रखें।
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