राजस्थान डेस्क | कहते हैं कि अगर किसी काम को करने का जुनून हो तो मंजिल अपना रास्ता खुद बना लेती है। यह बात चूरू के एक छो़ेटे से गांव के 5वीं पास युवक पर बिल्कुल सटीक बैठती है। इस युवक ने अपने दम पर एक नहीं बल्कि 3 एयरक्राफ्ट बना डाले। बात सिर्फ यहीं नहीं खत्म होती यहां पर एक बात सबसे ज्यादा दिलचस्प है कि यह युवक सिर्फ 5वीं क्लास तक पढ़ा हुआ है और गांव में एक मोबाइल रिपेयरिंग की दुकान चलाता है। यहां हम आपको वे दिलचस्प किस्सा बताते हैं कि कैसे और क्यों इस युवक ने 3-3 एयक्राफ्ट बना डाले।
प्लेन देखने से मना किया, तो बना डाला एयरक्राफ्ट
दरअसल ये कारनामा कर दिखाया है चूरू के रतनगढ़ तहसील के दस्सूसर गांव के रहने वाले बजरंग ने। बजरंग के राजलदेसर कस्बे में एक छोटी सी मोबाइल रिपेयरिंग की दुकान हैं। एक बार वह जयपुर आय़ा था यहां वो एयरपोर्ट पर सिर्फ प्लेन देखने भर के लिए गया था। लेकिन एयरपोर्ट के सुरक्षाकर्मियों ने उसे बाहर ही रोक दिया और अंदर आने से मना कर दिया। बस! यह बात बजरंग को इतनी लग गई कि उसने खुद ही प्लेन बनाने की ठान ली। आपको ये जानकर हैरानी होगी कि बजरंग ने ये एयरक्राफ्ट 8 सालों में तैयार किए हैं। उसने 2015 में ये प्लेन बनाना शुरू किया और 2022 में इन्हें पूरा कर लिया।
बजरंग ने ये एयरक्राफ्ट टू सीटर बनाए हैं। इसमें सारी तकनीक का प्रयोग किया गया है। इन एयरक्राफ्ट को जीपीएस सिस्टम से लैस किया गया है।सबसे बड़ी बात यह है कि एयरक्राफ्ट बनाने की लागत 15 लाख रुपए आई है। बजरंग ने जो भी मोबाइल रिपेयरिंग से कमाया वो सारा एयरक्राफ्ट बनाने में लगा देता। बजरंग का कहना है कि इन एयरक्राफ्ट को उसने उड़ा कर भी देख लिया है। अब आसमान की ऊंचाई तक जाने के लिए बस जिला प्रशासन की अनुमति का इंतजार है।