Cash for Query Case: बिजनेसमैन से रिश्वत, अब TMC सांसद पर लटकी निष्कासन की तलवार, जानें पूरा मामला

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के निर्देश पर संसद में पैसे लेकर सवाल पूछने के मामले की जांच करने वाली सदन की आचार समिति ने लोकसभा में रिपोर्ट पेश कर दी है। इस बीच विपक्षी सांसदों ने सदन में जमकर हंगामा किया। सदन में विपक्षी सांसद ‘अन्याय नहीं सहेंगे’ के नारे लगाते दिखे है।

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Cash for Query Case: लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के निर्देश पर संसद में पैसे लेकर सवाल पूछने के मामले की जांच करने वाली सदन की आचार समिति ने लोकसभा में रिपोर्ट पेश कर दी है। इस बीच विपक्षी सांसदों ने सदन में जमकर हंगामा किया। सदन में विपक्षी सांसद ‘अन्याय नहीं सहेंगे’ के नारे लगाते दिखे है। विपक्ष के हंगामे के कारण विधानसभा अध्यक्ष ने प्रश्नकाल के दौरान ही सदन की कार्यवाही को स्थगित कर दिया।

दोपहर 12 बजे के बाद जब सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई तो बीजेपी सांसद विजय सोनकर ने एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट पेश की, इस दौरान विपक्ष का हंगामा जारी रहा और स्पीकर ने सदन की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। दिल्ली हाई कोर्ट में टीएमसी सांसद मोइत्रा द्वारा दायर मानहानि मामले पर 11 दिसंबर को सुनवाई करेगा।

‘कैश फॉर क्वेरी’ को लेकर रिपोर्ट पेश

लोकसभा की आचार समिति के अध्यक्ष विनोद कुमार सोनकर ने सदन में रिपोर्ट पेश की जिसमें तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सांसद महुआ मोइत्रा को ‘कैश फॉर क्वेरी’ के बारे में जानकारी देते हुए कहा टीएमसी सांसद को अयोग्य घोषित करने की अनुशंसा की गई है। रिपोर्ट पेश करने से पहले जब महुआ मोइत्रा से इस बारे में पूछा गया तो टीएमसी सांसद ने शुक्रवार को कहा, ”आपको क्या लगता है क्या होगा? मां दुर्गा आई हैं, हम देखेंगे। उन्होंने ‘वस्त्र हरण’ शुरू कर दिया है, और अब हमें महाभारत देखना है।

महुआ मोइत्रा को अयोग्य ठहराया जाना तय

यदि संसद के चालू शीतकालीन सत्र के दौरान ‘कैश-फॉर-क्वेरी’ घोटाले पर लोकसभा की आचार समिति की रिपोर्ट पारित हो जाती है, तो तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा को अयोग्य ठहराया जाना तय है। सरकार द्वारा उनके निष्कासन के खिलाफ प्रस्ताव लाने से पहले मोइत्रा को अन्य विपक्षी नेताओं के साथ रिपोर्ट पर बहस करने का मौका मिलेगा।

बिजनेसमैन से रिश्वत लेने का आरोप

बीजेपी सांसद ने आरोप लगाया था कि मोइत्रा ने संसद में सवाल पूछने के लिए एक बिजनेसमैन से रिश्वत ली थी। दरअसल, रियल एस्टेट अरबपति निरंजन हीरानंदानी के बेटे दर्शन हीरानंदानी इस मामले में सरकारी गवाह बने और उन्होंने दावा किया कि उन्होंने केंद्र सरकार से सवाल पूछने के लिए मोइत्रा के संसदीय लॉगिन का इस्तेमाल किया था।

दर्शन हीरानंदानी का बयान आया सामने

इस मामले में 19 अक्टूबर को यह को दर्शन हीरानंदानी ने कहा कि उन्होंने सरकार से सवाल पूछने के लिए एक राज्यसभा सांसद के संसदीय लॉगिन का इस्तेमाल किया। दर्शन ने कहा कि वह कई मौकों पर मोइत्रा से मिले। कई बार हफ्तों के अंतराल पर तो कई बार रोजाना भी उनके कॉल्स पर चर्चा होती रही है। दर्शन ने यह भी कहा कि टीएमसी नेता ने उनसे कई तरह की मदद मांगी। हालांकि, मोइत्रा ने कारोबारी के दावों को खारिज कर दिया और कहा कि सरकार ने उनके सिर पर बंदूक रख दी और उनका कारोबार बंद करने की धमकी दी।

TMC सांसद ने खटखटाया दिल्ली HC का दरवाजा

17 अक्टूबर को इस मामले में महुआ मोइत्रा ने दिल्ली उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया और भाजपा सांसद निशिकांत दुबे, एक वकील और कई सोशल मीडिया प्लेटफार्मों और मीडिया हाउसों को उनके खिलाफ किसी भी कथित फर्जी और अपमानजनक सामग्री को पोस्ट करने, प्रसारित करने या प्रकाशित करने से रोकने की मांग की।