अशोक गहलोत ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि वे अब अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं लड़ेंगे। सोनिया गांधी से उनके आवास में मुलाकात के बाद पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने इस बात का खुलासा किया। इस बैठक में मुकुल वासनिक, केसी वेणुगोपाल, भी मौजूद थे। गहलोत ने कहा सोनिया गांधी से माफी मांगी।
करीब दो घंटे तक चली इस बैठक में अशोक गहलोत एक चिट्ठी लेकर गए थे। जिसमें लिखा हुआ था, जो हुआ है गलत हुआ है मैं इसके लिए माफी मांगता हूं। गहलोत ने कहा मैंने एक ईमानदार सिपाही की तरह काम किया है। 50 साल में मुझे कई जिम्मेदारियां मिलीं। जिन्हें मैंने निभाया।
‘मेरे विधायकों ने जो किया उसकी माफी मांगता हूं’
गहलोत ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा में राहुल गाँधी से मिलने मैं कोच्चि गया था। मैंने राहुल गांधी से अध्यक्ष बनने के लिए निवेदन किया था। लेकिन उन्होंने साफ इनकार कर दिया था। रविवार को जो कुछ भी मेरे विधायकों ने किया उसकी जिम्मेदारी भी लेता हूं। लेकिन अब इन हालातों में मैं अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं लड़ूंगा। इस गलती का जीवन भर अफसोस रहेगा। इसकी वजह से ही पूरे देश में ये गलत मैसेज गया कि मैं मुख्यमंत्री पद पर बने रहना चाहते हूं जो कि बिल्कुल गलत है।
सीएम पर संस्पेंस
राजस्थान के सीएम के सवाल पर उन्होंने कहा कि मैं यह तय नहीं करूंगा, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी यह तय करेंगी। एक पंक्ति का संकल्प हमारी परंपरा है। दुर्भाग्य से, ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई कि प्रस्ताव पारित नहीं हुआ। यह मेरी नैतिक जिम्मेदारी थी, लेकिन सीएम होने के बावजूद मैं प्रस्ताव पारित नहीं करा सका। इस बात का मुझे हमेशा अफसोस रहेगा।
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