Alwar : अलवर के अकबरपुर थाना क्षेत्र स्थित गांव धवाला में एक शिव मंदिर में मूर्ति तोड़े जाने की घटना सामने आई है। जिससे गांव के लोगों में भारी आक्रोश है। शिव मंदिर में मूर्ति तोड़े जाने की घटना के बाद ग्रामीणों ने थाने का घेराव किया। और आरोपियों को पकड़ने की मांग की।
घटना बीते रविवार देर रात की है। मूर्ति तोड़े जाने की घटना के बाद से ही क्षेत्र में तनाव बना हुआ है इस दौरान ग्रामीणों ने मूर्ति तोड़ने वाले आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की। मंदिर में मूर्ति तोड़ने की घटना के बाद मौका मुआयना करने पहुंची पुलिस ने आरोपी शहाबुद्दीन सहित दो नाबालिगों को निरूद्ध किया है।
धर्म विशेष के लोगों पर मूर्ति तोड़ने का आरोप
मूर्ति तोड़ने को लेकर स्थीनय लोगों ने आरोप लगाते हुए बताया कि श्रावण मास के महीने में शिव मंदिर में नित्य पूजा अर्चना की जाती है। इसलिए स्थानीय समाज विशेष के 5 लोगों ने मंदिर की मूर्ति को खंडित किया है। पुलिस ने फिलहाल तीन लोगों को हिरासत में लिया है। जबकि दो लोग फरार हो गए हैं। घटना को लेकर गांव में आक्रोश है। मंदिर में विराजमान मूर्ति को तोड़े जाने को लेकर आक्रोशित हैं। घटना के बाद से ही क्षेत्र में तनाव की स्थिति को देखते हुए देर रात से ही पुलिस सतर्कता बनाए हुए है।
मूर्ति तोड़ने की लगातार हो रही हैं घटनाएं, कटघरे में पुलिस की कार्यशैली
प्रदेश में लगातार इस तरह के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। जो सामाजिक व्यवस्था को चुनौती दे रहें हैं। अभी कुछ महीने पहले फरवरी में जयपुर जिले के सामोद इलाके में पड़ासोली ढाणी में स्थित शिवालय में मूर्ति तोड़ने की वारदात सामने आई थी। इस घटना के बाद ही इलाके में आक्रोश फैल गया था। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने आरोपी को घटना के 24 घंटे बाद गिरफ्तार कर दिया है। लेकिन यहां सवाल ये उठता है कि आखिर लगातार क्यों ये घटनाएं हो रही हैं। लोगों की आस्था से खिलवाड़ करने वाले लोगों पर पुलिस शिकंजा कसने में फेल क्यों हो रही है?