अजमेर। यह साल खत्म होने को है। लेकिन यह साल जाते-जाते नौनिहालों की एक बुरी खबर देता जा रहा है। दरअसल जिले में इस साल 2022 में 310 बच्चों का अपहरण हुआ है, इसमें 59 लड़के और 251 लड़कियां शामिल हैं। हालांकि राहत की बात यह है कि इसमें से 85 फीसदी बच्चों को पुलिस ने कार्रवाई के बाद दस्तयाब कर लिया है। बाकी दूसरे बच्चों को अभी भी तलाशा जा रहा है।
85 प्रतिशत बच्चों को किया गया दस्तयाब
जिले की मानव तस्करी यूनिट के प्रभारी अशोक बिश्नोई ने बताया कि इस साल जिले के सभी थानों में नाबालिग बच्चों के अपहरण के 310 मामले दर्ज किए गए थे। जिसमें से 59 बालक और 251 बालिकाएं शामिल थी। मामले दर्ज होने के बाद थाना टीम व मानव तस्करी यूनिट भी लगातार गंभीर रही। जिसके चलते अधिकतर मामलों में पुलिस बच्चों को दस्तयाब कर लिया। साथ ही आरोपियों को भी दबोचा। कई मामलों में दूसरे राज्यों से भी पीड़िताओं को दस्तयाब कर आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
54 लड़के, 208 लड़कियों को अब तक ढूंढा गया
बिश्नोई ने बताया कि पुलिस की टीमों ने गुम हुए 59 बालक में से 54 बालकों और 251 बालिकाओं में से 208 बालिकाओं को दस्तयाब कर लिया। इन सभी को न्यायालय के आदेशानुसार भेज दिया गया। वहीं पुलिस ने इन मामलों में कार्रवाई भी की और चालान भी न्यायालय के समक्ष पेश किए।
लड़कियों का अपहरण करते बलात्कार
बिश्नोई ने कहा कि जिन बच्चियों का अपहरण होता उनमें से कई के साथ आरोपियोंने रेप भी किया है। हाल ही में एक नाबालिग बालिका का अपहरण कर उसे अपनी हवस का शिकार बनाने वाले आरोपी को पुलिस ने दबोचा है। आरोपी पुलिस से बचने के लिए राजस्थान के कई जिलों के साथ ही गुजरात व मध्यप्रदेश में भी रहा लेकिन पुलिस की टीमें लगातार उसका पीछा कर रही थी और आरोपी को पुलिस की टीम ने दबोच लिया। इसी तरह कई अन्य मामलों में भी आरोपी पीड़िताओं को लेकर अन्य राज्यों में जाकर छिप गए लेकिन अजमेर पुलिस ने उन्हें वहीं से गिरफ्तार कर पीड़िता को दस्तयाब किया।
रिपोर्ट- नवीन वैष्णव