World Cup 2023 : आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप 2023 को फाइनल मुकाबला 19 नवंबर को भारत और ऑस्ट्रेलिया को अहमदाबा के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला गया था। जिसमें भारत को 6 विकेट से हार का सामना करना पड़ा था और ऑस्ट्रेलिया छठी बार वर्ल्ड चैंपियन बन गई। भारत की हार के बावजूद अहमदाबाद की पिच पर सवाल उठने लगे हैं। कुछ क्रिकेट एक्सपर्ट्स का मानना है कि अहमदाबाद की पिच टॉस पर काफी हद तक निर्भर करती है, क्योंकि ओस की वजह से रात में बल्लेबाजी करना बहुत आसान हो जाता है।
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पिच को लेकर इन नेताओं ने कही ये बात
हर कोई यह बात कह रहा है कि फाइनल के लिए टॉस पर निर्भर रहने वाली पिच नहीं होनी चाहिए थी। हालांकि, क्रिकेट एक्सपर्ट्स से इतर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि अगर फाइनल मुंबई या कोलकाता में होता तो भारत वर्ल्ड कप जीत जाती है। इसके अलावा शिवसेना के बड़े नेता संजय राउत ने भी कहा है कि अगर फाइनल मैच मुंबई में होता तो भारत वर्ल्ड चैंपियन बन सकता था।
यदि वर्ल्ड कप का फाइनल मैच अहमदाबाद की जगह मुंबई या कोलकाता में होता तो भारतीय टीम मैच जीत जाती या नहीं, इस बात को समझने के लिए 2 पहलू है। आंकड़ों की देखें तो हमें भारत में हुए आईसीसी टूर्नामेंट के नॉकआउट मैचों का इतिहास जानना होगा। बता दें कि आईसीसी वर्ल्ड कप के ज्यादातर नॉकआउट मुकाबले मुंबई, कोलकाता, दिल्ली या चेन्नई जैसे बड़े मैदानों पर ही आयोजित किए गए हैं।
नॉकआउट मैचों में भारतीय टीम का हाल
(1) 1987 के वर्ल्ड कप सेमीफाइनल मैच भारत और इंग्लैंड के बीच मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेला गया था, जिसमें इंग्लैंड ने भारत को 35 रनों से पटखनी दी थी।
(2) वर्ल्ड कप 1996 का सेमीफाइनल मैच भी भारत और श्रीलंका के बीच कोलकाता के ईडन गार्डन्स में खेला गया था, उस मैच में भी भारत को श्रीलंका ने हराया था।
(3) साल 2011 का वर्ल्ड कप का सेमीफाइनल मैच भारत और पाकिस्तान के बीच हुआ था। जिसमें भारत को जीत मिली थी।
(4) वहीं साल 2011 वर्ल्ड कप का फाइनल मैच मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम मुंबई में खेला गया था और उसमें भी भारत को जीत मिली थी।
(5) उसके बाद टी20 वर्ल्ड कप 2016 में भी भारत का सेमीफाइनल मैच वेस्टइंडीज के खिलाफ मुंबई के वानखाडे स्टेडियम में खेला गया था और तब भी भारत को हार का सामना करना पड़ा था।
(6) उसके बाद अब 2023 का फाइनल मैच अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला गया और वहां भी भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 6 विकेट से हार का सामना करना पड़ा।
दबाव में हारती है भारतीय टीम
अगर पुराने आंकड़ों को देखें तो वर्ल्ड कप के नॉकआउट मैचों में भारत की हार की वजह पिच और परिस्थितियों से ज्यादा दबाव होता है। यदि 2011 वर्ल्ड कप को छोड़ दें तो पिछले कई दशकों में भारत को वर्ल्ड कप के नॉकआउट मैचों में हार ही मिली है। हालांकि इस साल भारतीय टीम पर उतना दबाब नहीं था, जितना पिछले कई सालों में देखने को मिला था। भारतीय टीम ने न्यूजीलैंड के खिलाफ हुए सेमीफाइनल मैच में दबाव पर नियत्रंण पाया था और मैच जीता था, जो अहमदाबाद में नहीं हो सकात।
टॉस पर निर्भर था फाइनल पिच
बता दें कि अहमदाबाद की पिच पूरी तरह टॉस पर निर्भर है, यहां दोपहर में बल्लेबाजी करना बहुत मुश्किल था, लेकिन रात में ओस आते ही काफी आसान हो गया है। ऐसा ही कुछ आईपीएल 2023 के फाइनल मैच में भी देखने को मिला था और तब भी धोनी की टीम सीएसके ने गुजरात के लक्ष्य का पीछा करते हुए शानदार जीत दर्ज की और आईपीएल चैंपियन बनी थी।
वहीं यदि यह मैच वानखाड़े या कोलकाता की पिच पर होता तो गेम बदल सकता था, क्योंकि हमने देखा था कि कैसे अफगानिस्तान की टीम ने ऑस्ट्रेलिया को बाद में गेंदबाजी करते हुए फंसा लिया था और कोलकाता में भी हुए सेमीफाइनल मैच में अफ्रीका ने ऑस्ट्रेलिया को 213 रन बनाने के लिए भी काफी परेशान कर दिया था। कुल मिलाकर यह कह सकते हैं कि अहमदाबाद की पिच टॉस पर निर्भर थी, जो फाइनल मैच में नहीं होना चाहिए था।