Sunil Gavaskar : सुनील गावस्कर की गिनती दुनिया के महान खिलाड़ियों में की जाती है। 74 वर्षीय बल्लेबाज ने भारतीय टीम को अपने दम पर कई मैच जिताए है। उनकी बल्लेबाजी के दीवाने कई विपक्षी प्लेयर्स भी हुआ करते थे। इसी क्रम में सुनील गावस्कर ने आज ही के दिन यानी 4 सितंबर 1976 में लंदन के ओवल मैदान पर अपनी बेहतरीन बल्लेबाजी से अंग्रेजों की नाक में दम कर दिया था।
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उस वक्त सुनील गावस्कर सिर्फ 2 रन से टेस्ट क्रिकेट की चौथी पारी में टॉप स्कोर का विश्व रिकॉर्ड बनाने से चूक गए थे। उस मुकाबले में भारत को भी जीत की दहलीज पर पहुंचकर ड्रॉ से संतोष करना पड़ा था। उस मैच में भारत के सामने 438 रनों का विशाल लक्ष्य था। तब किसी ने भी यकीन नहीं था कि पांचवें दिन जब मैच ड्रॉ समाप्त होगा तो भारतीय टीम लक्ष्य सिर्फ 9 रन दूर होगी। उस मुकाबले में गावस्कर ने दोहरा शतक जड़ते हुए 221 रनों की शानदार पारी खेली थी। सुनील गावस्कर ने अपनी इस पारी के दौरान आठ घंटे 10 मिनट तक क्रीज पर मौजूद रहे और उन्होंने 443 गेंदों का सामना करके 21 चौके जड़े।
Sunil Gavaskar के 3 रन बनाते ही टूट जाता हेडली का रिकॉर्ड
इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मुकाबले में अगर सुनील गावस्कर 3 रन और बना लेते तो वह वेस्टइंडीज के जॉर्ज हेडली का वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ देते। जार्ज हेडली ने साल 1930 में इंग्लैंड के खिलाफ किंग्सटन में 223 रन बनाए थे, जो चौथी पारी में किसी बल्लेबाज का सबसे बड़ा स्कोर था। यह वर्ल्ड रिकॉर्ड आज भी हेडली के नाम पर है, हालांकि न्यूजीलैंड के नाथन एस्टल ने 2002 में क्राइस्टचर्च में इंग्लैंड के खिलाफ सुनील गावस्कर रिकॉर्ड तोड़ने में सफल रहे, लेकिन हेडली का रिकॉर्ड नहीं तोड़ पाए और 222 रनों पर आउट हो गए।
इग्लैंड के खिलाफ इस मैच में गावस्कर की पारी के बदौलत भारत को जीत की दहलीज पर लाकर खड़ा कर दिया था, लेकिन उनके आउट होते ही भारतीय टीम लड़खड़ा गई और उसने आखिर में 8 विकेट पर 429 रन बनाकर मैच ड्रॉ करवाया। चौथी पारी में भारत की शुरुआत शानदार रही, सुनील गावस्कर और चेतन चौहान ने चौथे दिन भारत का स्कोर बिना किसी नुकसान के 76 रन पर पहुंचाया।
भारतीय टीम को 5वें दिन जीत के लिए 362 रनों की जरूरत थी। पांचवें दिन लंच तक स्कोर बिना किसी नुकसान के 169 रन था। यह दोनों बल्लेबाज दूसरे सत्र में इसे 213 रन तक ले गए। चौहान के 80 रन पर आउट होने के बाद गावस्कर और दिलीप वेंगसरकर (52) स्कोर को 366 रन तक पहुंचा। उस वक्त भारत को जीत के लिए 76 रनों की जरूरत थी। वेंगसरकर के आउट होने के बाद गुंडप्पा विश्वनाथ की जगह कपिल देव आए जो बिना खाता खोले ही पवेलियन लौट गए। जब भारत का लक्ष्य 389 रन पर पहुंच गया और इसके बाद इयान बॉथम अगला ओवर करने आए और सुनील गावस्कर की शानदार पारी का अंत कर दिया।
चौथी पारी में सर्वोच्च स्कोर बनाने वाले दुनिया टॉप-5 बल्लेबाज
(1) 223- जॉर्ज हेडली (वेस्टइंडीज) Vs इंग्लैंड, किंग्स्टन 1930
(2) 222- नाथन एस्टल (न्यूजीलैंड) Vs इंग्लैंड, क्राइस्टचर्च 2002
(3) 221*- सुनील गावस्कर (भारत) Vs इंगलैंड, ओवल 1979
(4) 219- बिल एड्रिच (इंग्लैंड) Vs साउथ अफ्रीका, डरबन 1939
(5) 214- गॉर्डन ग्रीनिज (वेस्टइंडीज) Vs इंग्लैंड, लॉर्ड्स 1984.