Eng vs Aus : ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में वापसी करने वाले मोईन अली को आईसीसी ने बड़ा झटका दिया है। एशेज सीरीज के पहले मैच के दूसरे दिन मोईन अली ने गेंदबाजी हाथ को सुखाने के लिए स्प्रे का प्रयोग करते नजर आए है, जिसके बाद आईसीसी ने मोईन अली के ऊपर 25 प्रतिशत मैच फीस का जुर्माना लगाया गया है, एक डिमेरिट अंक दिया गया है।
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ( आईसीसी) ने अपनी मीडिया रिलीज में कहा कि मोईन अली ने आचार संहिता के लेवल एक को तोड़ा है और उनके अनुशासन रिकॉर्ड में एक डिमेरिट अंक जोड़ा गया है। पिछले 24 महीनों में यह उनका पहला डिमेरिट अंक है और जब तक आगामी 2 सालों में उन्हें 3 अंक नहीं मिलते उनको सस्पेंड नहीं किया जाएगा।
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2 साल बाद मोईन अली ने की वापसी
मोईन अली ने 2 सालों तक टेस्ट क्रिकेट से दूर रहने के बाद एशेज से टेस्ट क्रिकेट में वापसी की है और दूसरे दिन उन्होंने 29 ओवर में 124 रन देकर दो विकेट चटकाया है। उन्होंने सितंबर 2021 से लाल गेंद से कोई मुकाबला नहीं खेला। espncricinfo की रिपोर्ट के अनुसार पता चला है कि ज्यादा गेंदबाजी करने की वजह से उनकी स्पिन कराने वाली उंगली में एक छोटा छाला हो गया है।
बता दें कि कंगारू टीम की पारी के 89वें ओवर में देखा गया था कि अगले ओवर में गेंदबाजी पर आने से पहले मोईन अली बाउंड्री पर खड़े होकर गेंदबाज हाथ पर स्प्रे लगवा रहे थे। लेकिन आईसीसी ने इसका विरोध किया है, क्योंकि सीरीज से पहले अंपायरों ने कहा था कि खिलाड़ी बिना अनुमति के अपने हाथ पर कुछ नहीं लगा सकते हैं लेकिन उन्होंने अनुमति नहीं ली।
गेंदबाज ने स्वीकार किया दंड
मोईन अली ने मैच रेफरी एंडी पाइक्रॉफ्ट द्वारा प्रस्तावित दंड को स्वीकार कर लिया है। आईसीसी ने अपने बयान में कहा, मोईन अली को दंड देने के मामले में रेफरी इस बात से संतुष्ट थे कि मोईन ने अपने हाथ को सुखाने के लिए स्प्रे का उपयोग किया था। स्प्रे का उपयोग गेंद पर लगाने के लिए नहीं किया गया था और ना ही गेंद की स्थिति को बदलने के लिए, जिसे 41.3 नियम का उल्लंघन माना जाता है।” हालांकि इस सजा का मिसाल दिया गया है, जब इस साल की शुरूआत में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू सीरीज के दौरान रवींद्र जडेजा को गेंदबाजी उंगली पर क्रीम लगाने की वजह से आईसीसी की आचार संहिता तोड़ने का दोषी पाते हुए सजा दी गई थी।