क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने एकबार फिर से अफगानिस्तान के खिलाफ क्रिकेट मैचों की तय सीरीज खेलने से इनकार कर दिया है। हालांकि यह सीरीज यूएई में होने वाली है। वहीं क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने अफगानिस्तान के साथ सीरीज नहीं खेलने की वजह भी बताई है। बता दें कि अफगानिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के बीच इस साल अगस्त में होने वाली तीन मैचों की टी20 सीरीज के लिए एक बड़ी अपडेट सामने आई है। दरअसल, क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने इस दौरे को स्थगित करने का निर्णय किया है। आईसीसी के आगामी टूर कार्यक्रम के तहत ऑस्ट्रेलिया और अफगानिस्तान को करनी थी, जिसके मैच संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में खेले जाने की उम्मीद थी।
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लेकिन अब इस प्रस्तावित सीरीज से ऑस्ट्रेलिया ने अब अपना फैसला बदल दिया है। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने कहा है कि तालिबान शासन के तहत महिलाओं और लड़कियों की मानवाधिकार अधिकारों का उल्लंघन हो रहा है। इस वजह से अगस्त में होने वाली सीरीज को स्थगित करने का फैसला किया गया है।
ऐसा तीसरी बार हुआ है जब ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट ने सिंतबर 2021 में अफगानिस्तान पर तालिबान के नियंत्रण के बाद से अफगानिस्तान टीम के साथ खेलने से इनकार कर दिया है। तालिबानी शासन के आने के बाद महिलाओं की भागीदारी पर बेन लगा दिया गया था, उस वक्त भी CA ने इस बात की मुखर तौर पर निंदा की थी।
वहीं ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट ने इससे पहले भी अफगानिस्तान के खिलाफ एकमात्र टेस्ट मैच रद्द कर दिया था, जो नवंबर 2021 में होबार्ट में खेला जाना था। सिर्फ इतना ही नहीं 2023 की शुरुआत में ऑस्ट्रेलिया ने उस साल मार्च में होने वाली तीन मैचों की वनडे सीरीज से भी अपना नाम वापस ले लिया था। उस वक्त क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने अफगानिस्तान में महिलाओं की बेहतर स्थिति के प्रावधान पर भविष्य में द्विपक्षीय सीरीज के लिए दरवाजा खुला रखा था।
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने बताई सीरीज रद्द करने का कारण
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने 19 मार्च को अपने एक बयान में कहा, ऑस्ट्रेलिया सरकार के मुताबिक अफगानिस्तान में महिलाओं और लड़कियों के लिए हालात बदतर होते जा रहे हैं। इसी वजह से हमने अपनी पिछली रणनीति बरकरार रखी है और अफगानिस्तान के खिलाफ द्विपक्षीय सीरीज स्थगित कर दिया है। बोर्ड ने अपने बयान में कहा, ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट ने दुनियाभर में क्रिकेट में महिलओं और लड़कियों की भागीदारी का समर्थन करने के लिए अपनी मजबूत प्रतिबद्धता जारी रखी है और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद को सक्रिय रूप से शामिल करना जारी रखेगा। वहीं क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड के साथ मिलकर काम करेगा, जिससे यह तय किया जा सके कि द्विपक्षीय मैचों को फिर से शुरू करने के लिए भविष्य में क्या एक्शन लिया जा सकता है।
अफगानिस्तान का सपोर्ट करती रहेगी आईसीसी
अफगानिस्तान अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) का एकमात्र पूर्णकालिक सदस्य देश है, जिसने साउथ अफ्रीका में खेले गए अंडर-19 महिला टी20 वर्ल्ड कप में अपनी टीम नहीं भेजी थी, क्योंकि तालिबान शासन की वजह से देश में महिलाओं पर क्रिकेट खेलने से रोक लगा दी है।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल के सीईओ ज्योफ एलार्डिस ने एक चैनल पर बात करते हुए कहा है कि आईसीसी पूर्ण सदस्य के रूप में अफगानिस्तान का समर्थन करना जारी रखेगा। ज्योति एलार्डिस ने कहा, हमने ACB से बातचीत की है और उनकी स्थिति यह है कि उन्हें देश के कानूनों और सरकार द्वारा निर्धारित नियमों के तहत काम करना होगा। तालिबान के कब्जे के बाद अफगानिस्तान की कई महिला क्रिकेटर ऑस्ट्रेलिया भाग गई थीं। ऐसी ही एक क्रिकेटर नाजीफा अमीरी ने पिछले साल एबीसी से बातचीत करते हुए कहा, जब दुनिया देखती है कि ऑस्ट्रेलिया जैसा देश अफगानिस्तान के खिलाफ नहीं खेलता चाहता है, तो इससे फर्क पड़ता है।