Shardiya Navratri 2023 : मां भगवती की विशेष आराधना का पर्व नवरात्र 15 अक्टूबर से शुरू हो रहा है। इन नौ दिनों में माता के नौ रूपों की आराधना की जाएगी। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार इस बार घट स्थापना का शुभ मुहूर्त अभिजीत रहेगा, जो दिन में 12:01 बजे से 12:46 बजे तक रहेगा। इस बार रविवार से नवरात्र शुरू होने के कारण माता गज पर सवार होकर सुख और समृद्धि लाएगी। साथ ही नवरात्र में बुधादित्य योग होने से बाजारों में भी नवरात्र में धन-धान्य की बरसात होगी।
इन राशियों के लिए नवरात्र शुभ
ज्योतिषचार्य योगेश पारीक ने बताया कि वैसे तो नवरात्र में सभी के लिए अच्छे योग बन रहे है, लेकिन वृषभ, सिंह, वृश्चिक और कुंभ राशियों के लिए शश योग बनने से अधिक शुभ फलदायी रहेगा। मिथुन, कन्या, धनु और मीन राशियों के लिए भद्र योग बन रहा है, जो कि शुभ फलदायी है। इन राशियों के लोगों के लिए मां भगवती की विशेष पूजा करना लाभदायक रहेगा।
समृद्धि लाएगा बुधादित्य योग
ज्योतिष शास्त्र में बुधादित्य योग को बहुत ही शुभ मुहूर्तमाना गया है। सूर्य और बुध की युति से बनने वाला बुधादित्य योग व्यापारी और युवा वर्ग के लिए राहत देने वाला होगा। इस बार नवरात्र में पूरे नौ दिन तक बुधादित्य योग बनने से ये और भी ज्यादा लाभदायक हो गया है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार इस नवरात्र में मां जगदम्बे की पूजा करने से व्यापारियों और विद्यार्थियों को विशेष लाभ मिलेगा। साथ ही बाजार को भी अच्छी गति मिलेगी।
नवरात्र में बन रहे ये दुलर्भ योग
15 अक्टूबर पहला नवरात्र- बुधादित्य योग, सुन्फा,वैश, सर्वाथ सिद्ध योग।
16 अक्टूबर दूसरा नवरात्र- बुधादित्य योग, लक्ष्मी, विषकुंभ योग।
17 अक्टूबर तीसरा नवरात्र- बुधादित्य योग, लक्ष्मी, प्रीति योग।
18 अक्टूबर चौथा नवरात्र- बुधादित्य योग, आयुष्मान, पराक्रम, सवार्थसिद्ध योग।
19 अक्टूबर पांचवा नवरात्र- बुधादित्य योग, पराक्रम, सौभाग्य, सौभन योग।
20 अक्टूबर छठां नवरात्र- बुधादित्य योग, पराक्रम, अतिगण्ड, राजयोग।
21 अक्टूबर सातवां नवरात्र- बुधादित्य योग, सुकर्म योग।
22 अक्टूबर आठवां नवरात्र- बुधादित्य योग, सवार्थसिद्ध, पराक्रम, धृति योग।
23 अक्टूबर नवां नवरात्र- बुधादित्य योग, पराक्रम, शूल योग।
घट स्थापना का सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त
धर्मग्रंथों के अनुसार घटस्थापना और देवी पूजा प्रात: काल करने का विधान है, लेकिन इसमें चित्रा नक्षत्र और वैधृति योग को वर्जित माना जाता है। पंचांग के अनुसार 15 अक्टूबर रविवार को चित्रा नक्षत्र का शाम 6 बजकर 12 मिनट तक है और वैधृति योग सुबह 10 बजकर 24 मिनट तक रहेगा। हालांकि, विशेष परिस्थितियों में जब चित्रा नक्षत्र और वैधृति योग और चित्रा नक्षत्र के दो चरण व्यतीत हो चुके हों तो घटस्थापना की जा सकती है। 15 अक्टूबर को प्रात: काल में चित्रा नक्षत्र और वैधृति योग के दो दो चरण संपूर्ण हो जाएंगे। ऐसी स्थिति में घटस्थापना प्रातःकाल भी कर सकते हैं। ऐसे में अभिजीत मुहूर्तमें घट स्थापना सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त रहेगा। 15 अक्टूबर को अभिजीत मुहूर्त 12:01 बजे से 12:46 बजे तक रहेगा।