Diwali 2023 : जयपुर। सुख समृद्धि का त्योहार दीपावली आज पूरे देश में श्रद्धा और धूमधाम के साथ मनाया जाएगा। लक्ष्मी पूजन के लिए सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त सायं 5.34 से रात्रि 8.08 बजे तक प्रदोष काल का है। श्रीमहालक्ष्मी पूजन प्रदोष युक्त अमावस्या को स्थिर लग्न व स्थिर नवमांश में किया जाना श्रेष्ठ होता है।
ज्योतिषाचार्य पंडित युगल किशोर शास्त्री ने बताया कि सायंकाल 05.34 से रात्रि 10.34 तक शुभ, अमृत, चर के रहेंगे। इसके बाद लाभ का रात्रि 01.50 बजे से 03.29 तक और प्रात: 05.08 बजे से 06.48 बजे तक शुभ का चौघड़िया रहेगा।
कैसे करें दीपावली की पूजा?
दीपावली पर पूर्व दिशा या ईशान कोण में एक चौकी रखें. चौकी पर लाल या गुलाबी वस्त्र बिछाएं। पहले गणेशजी की मूर्ति रखें और फिर उनके दाहिने लक्ष्मीजी को रखें। आसन पर बैठकर अपने चारों और जल छिड़कें। इसके बाद संकल्प लेकर पूजा आरम्भ करें। एक मुखी घी का दीपक जलाएं और फिर मां लक्ष्मी व भगवान गणेश को फूल-मिठाइयां अर्पित करें।
इसके बाद सबसे पहले गणेश और फिर मां लक्ष्मी के मंत्रों का जाप करें। अंत में गणेशजी व मां लक्ष्मी जी की आरती करें और शंख ध्वनि करें। घर में दीपक जलाने से पहले थाल में पांच दीपक रखकर फूल आदि अर्पित करें। इसके बाद घर के अलग-अलग हिस्सों में दीपक रखना शुरू करें। घर के अलावा कुएं के पास और मंदिर में दीपक जलाएं। दीपावली का पूजन लाल, पीले या चमकदार रंग के वस्त्र धारण करके करें।
सीएम ने दी दिवाली की शुभकामनाएं
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने छोटी दिवाली पर विद्याधर नगर स्टेडियम दीपोत्सव मनाया। इस दौरान 1.56 लाख दीप प्रज्वलित किए गए। इससे पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेशवासियों को दीपावली की बधाई देते हुए शुभकामनाएं दी।