SI Recruitment Exam Paper Leaked Rajasthan: आरपीएससरी द्वारा वर्ष 2021 में आयोजित सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा का पेपर लीक करने की कहानी किसी फिल्म से कम नहीं है। नकल माफिया और उनसे जुड़े लोगों ने पेपर लीक करने में अलग-अलग किरदार निभाए हैं। इस कहानी का रचियता पेपर लीक का मास्टर माइंड जगदीश बिश्नोई था। जो 15 सालों से आरपीएससी व कर्मचारी चयन बोर्ड द्वारा आयोजित होने वाले भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक करने, नकल कराने और डमी अभ्यर्थी बैठाने में एक्सपर्ट है।
जबकि शांति, नगर हसनपुरा स्थित रवींद्र बाल भारती सीनियर सेकंडरी स्कूल केंद्राधीक्षक राजेश खंडेलवाल ने पेपर लीक करने के लिए एक्सपर्ट यूनिक भांबू उर्फ पंकज चौधरी को स्ट्रांग रूम में छुपाकर एक बड़े किरदार की भूमिका निभाई।
दो घंटे पहले सेंटर पर जैसे ही पेपर आया तो यूनिक ने लिफाफे के चीरा लगाकर पेपर बाहर निकाला और फिर मोबाइल से फोटो लेकर पेपर व्हाट्सएप पर जगदीश बिश्नोई को भेज दिया। इसके बाद जगदीश बिश्नोई ने सौदाकर दो अन्य गैंग के व्हाट्सएप पर पेपर भेज दिया। इसके बाद तीनों गैंग ने अभ्यर्थियों को पेपर सॉल्वड करके तो कुछ अभ्यर्थियों की जगह पर डमी अभ्यर्थी बैठा दिए, जिनका परीक्षा में चयन हो गया।
एडीजी वीके सिंह का अहम किरदार
इस मामले में हीरो का किरदार एडीजी वीके सिंह ने निभाया। जिनको मुख्यमंत्री ने एसआईटी का प्रभारी बनाया। वीके सिंह जेईएन भर्ती परीक्षा का पेपर लीक करने वाले हर्षवर्धन मीणा, राजेंद्र, राजू यादव, शिवरतन समेत अन्य को गिरफ्तार किया और नकल माफिया जगदीश बिश्नोई का नाम आया तो एसओजी को अहम सुराग मिले। इसके बाद एसओजी ने जगदीश बिश्नोई को गिरफ्तार किया तो एसआई भर्ती परीक्षा का पेपर भी लीक होने का खुलासा हुआ।
फिर दूसरा-तीसरा पेपर किया लीक
14 और 15 सितंबर को प्लानिंग के तहत यूनिक स्कूल में आचार्य के ऑफिस में बने छोटे कमरे में छिप गया। एग्जाम से डेढ़-दो घंटे पहले पेपर सेंटर पर पहुंचे। पेपर आचार्य के ऑफिस में रखकर सील कर दिया गया। कमरा सील होने के बाद यूनिक ने पैकेट के चीरा लगाकर पेपर निकाला और उसकी फोटो जगदीश बिश्नोई को भेज दी। इसके बाद पैकेट को बंद कर दिया। जब पेपर अभ्यर्थियों को दिए जा चुके थे। तब यूनिक भांबू को राजेश खंडेलवाल ने आचार्य के कमरे से बाहर निकाला।
कोर्ट में किया गया पेश
पुलिस सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा 2021 का पेपर लीक कर थानेदार बने 14 आरोपियों को बुधवार को जयपुर में कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने सभी आरोपी ट्रेनी थानेदारों को 6 दिन के रिमांड पर एसओजी को सौंप दिया। इस दौरान वहां जमकर हंगामा हो गया। आरोपियों को देखते ही वकीलों का गुस्सा फूट पड़ा और वे पेशी पर लाए गए ट्रेनी थानेदारों पर टूट पड़े। वहां पुलिस ने बमुश्किल उनको बधाया। हंगामे के बाद आरोपी ट्रेनी थानेदारों को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में वहां से वापस ले जाया गया।
एग्जाम का सेंटर आया तो बनाया प्लान
आरपीएससी ने राजस्थान पुलिस में उप निरीक्षक/प्लाटून कमांडर भर्ती करने संबंधी विज्ञप्ति 2021 में प्रकाशित की। 13 से 15 सितंबर 2021 तक एग्जाम होना था। एक पेपर सुबह की पारी में 10 से 12 बजे तक और दूसरा पेपर दोपहर 3 से शाम 5 बजे तक होना था। रवींद्र बाल भारती स्कूल में भी एग्जाम का सेंटर था।
ये पता चलते ही जगदीश बिश्नोई ने यूनिक भांबू, शिवरतन मोट और राजेश खाडेलवाल से मिलकर पेपर लीक का प्लान बनाया। पहला पेपर सेंटर पर देरी से आया तो स्ट्रांग रूम में छीपे यूनिक और बाहर निगरानी में लगाए गए शिवरतन पेपर लीक नहीं कर पाए थे।
ट्रेनी एसआई के पिता नागौर में डीएसपी जांच में सामने आया कि अब तक जिन प्रशिक्षु उप निरीक्षक की गिरफ्तारी हुई है, उनमें नागौर के पुलिस उपाधीक्षक ओमप्रकाश गोदारा का बेटा भी है। गिरफ्तार एसआई करणपाल गोदारा की 22वी रेक थी। बेटे की गिरफ्तारी के दिन से ओमप्रकाश अवकाश पर है।
अभी तक 21 जने पुलिस गिरफ्त से दूर
भांबू उर्फ पंकज चौधरी, सुरेश ढाका, कमलेश मीना, अरुण शर्मा, सुनील, महेंद्र, सुनील भादू, कमलेश ढाका, सुरेश साहू, दिनेश सारन, अभय सिंह, मनोहर लाल, मनोहर सिंह, भगवती विओई, प्रवीण विश्नोई, रिंकू, स्वरुप मीना, सिद्धार्थ यादव, भूपेंद्र सारण, अनिल कुमार मीना और गाणपत लाल बिश्नोई के खिलाफ भी पेपर लीक मामले में एफआईआर दर्ज की गई है।