मंगल ग्रह के रहस्यों का पता लगाने पहुंचे नासा के हेलिकॉप्टर ड्रोन ‘इंजेनुइटी’ ने लाल ग्रह पर जोरदार कलाबाजियां दिखाई। ‘इंजेनुइटी’ ड्रोन के इस उड़ान का नासा के पर्सीवरेंस रोवर के कैमरे ने अद्भुत (Rare video of Mars) वीडियो बनाया है। यह छोटा सा हेलिकॉप्टर मंगल के पठारी इलाके में इधर- उधर उड़ान भर रहा है। यह नासा के हेलिकॉप्टर की 47वीं उड़ान थी जो 9 मार्च को हुई थी। इसको मंगल के सतह की जांच के लिए उड़ाया गया था।
हेलिकॉप्टर की जांच के बाद अब पर्सीवरेंस रोवर इस दिशा में बढ़ेगा। इस उड़ान के दौरान नासा के हेलिकॉप्टर ने करीब 440 मीटर तक का सफर तय किया। अब इस इलाके में कुछ दिन यह हेलिकॉप्टर रुकेगा जिसे इओटा नाम दिया गया है। इसकी सबसे ज्यादा स्पीड 5.3 मीटर प्रति सेकंड थी।
मंगल से नमूने लाने में करेगा मदद
ये दोनों ही नासा को अधिक से अधिक तस्वीरें भेजते हैं। इस दौरान वे मंगल की कक्षा में चक्कर काट रहे सैटेलाइट और नासा के डीप स्पेस का इस्तेमाल करते हैं। वहीं धरती पर कई शक्तिशाली एंटेना लगे हैं जो सुदरू अंतरिक्ष में चल रहे मिशन पर नजर रखते हैं। इस वीडियो में हेलिकॉप्टर के नीचे रेत के विशाल टीले नजर आ रहे हैं। यह हेलिकॉप्टर न केवल रोवर की देखभाल कर रहा है, बल्कि आने वाले समय में नासा और यूरोपीय संघ के नमूनों को वापस लाने के मिशन के लिए परीक्षण भी कर रहा है।
2033 में लाए जाएंगे सैंपल्स
कहा जा रहा है कि मंगल पर जमा किए जा रहे नमूनों को साल 2033 के आसपास धरती पर लाने का प्रयास नासा की ओर से किया जाएगा। दो बैकअप हेलिकॉप्टर इन नमूनों को वापस लाने के लिए जाएंगे। इन नमूनों को (Rare video of Mars) रोवर मंगल ग्रह की जमीन से इकट्ठा कर रहा है। रोवर और हेलिकॉप्टर दोनों ही पिछले 8 महीने से एक अभियान चला रहे हैं जिसे ‘डेल्टा टॉप’ नाम दिया गया है। इसके तहत वे एक नदी डेल्टा की जांच कर रहे हैं जहां अरबों साल पहले झील थी।
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