जयपुर: राजस्थान में विधानसभा चुनावों से पहले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की एंट्री हो गई है जहां रीट और RPSC पेपर लीक मामलों में ईडी की टीम ने एक साथ प्रदेश के कई इलाकों में छापेमारी की कार्रवाई की है. मिली जानकारी के मुताबिक सैकंड ग्रेड पेपर लीक मामले में जेल की सजा काट रहे आरपीएससी मेंबर बाबूलाल कटारा और ठेकेदार भजनलाल बिश्नोई के घर ED ने छापा मारा है. दरअसल रीट पेपर लीक मामले में करोड़ों रुपए की हेराफेरी को लेकर राज्यसभा सांसद डॉ. किरोडीलाल मीणा ने ईडी में शिकायत की थी.
बताया जा रहा है कि महावीर नगर में ठेकेदार के घर पर ईडी की टीम कार्रवाई कर रही है जहां अधिकारी वहां मिल रहे दस्तावेजों को खंगाल रहे हैं. बता दें कि ई़डी की टीम ने जयपुर, अजमेर, जोधपुर, बाड़मेर, उदयपुर और डूंगरपुर में एक साथ छापे मारे हैं.
पेपर लीक मामलों में एक्शन लेने के लिए दिल्ली से एक दर्जन ई़़डी अधिकारियों की टीम प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में पहुंची है जहां बाड़मेर में ठेकेदार बिश्नोई के घर और डूंगरपुर में कटारा के घर छापा मारने के दौरान बाहर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के जवानों की भी तैनाती की गई है.
कटारा के घर ED का एक्शन
जानकारी मिली है कि बाड़मेर के महावीर नगर स्थित ठेकेदार भजनलाल बिश्नोई के ठिकानों पर ईडी के अधिकारी दस्तावेजों की जांच पड़ताल कर रहे हैं. वहीं ठेकेदार किसी विधायक का भी करीबी बताया जाता है. मालूम हो कि ठेकेदार भजनलाल पेपर लीक मामले में जेल भी जा चुका है.
वहीं इधर जयपुर में भी कई अहम ठिकानों पर ईडी का छापा मारा गया है जहां इलेक्शन से ठीक पहले ED की सक्रियता और रीट में करोड़ों रुपए के अघोषित लेनदेन होने की आशंका, राजनीतिक, व्यवसायिक और कंस्ट्रक्शन से जुड़े कई लोग निशाने पर बताए जा रहे हैं.
गौरतलब है कि पिछले साल 24 दिसंबर को सैकंड ग्रेड भर्ती परीक्षा का पेपर उदयपुर से लीक हो गया था जहां बीते दिनों आरपीएससी सदस्य बाबूलाल कटारा को पकड़ा गया था जिसनेंसरकारी स्कूल के वाइस प्रिंसिपल अनिल कुमार मीणा उर्फ शेरसिंह मीणा को एक करोड़ रुपए पेपर बेचने की बात कबूली थी. वहीं ईडी की टीमें सुरेश ढाका, सुरेश बिश्नोई और भूपेन्द्र सारण के ठिकानों पर भी जांच कर रही है.
राजेंद्र राठौड़ ने साधा निशाना
वहीं पेपर लीक मामलों में ईडी की एंट्री के बाद नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने निशाना साधते हुए कहा कि किरोडी लाल मीणा जो भी आरोप लगाते हैं वो तथ्यों के साथ लगाते हैं और पेपर लीक मामले में जब बेनामी धन घूमेगा तो ईडी और सीबीआई दोनों ही आएंगी. उन्होंने कहा कि कानून अपना काम करता है और राजस्थान में जिस तरह से लाखों में पेपर बेचने का काम हुआ, नौजवानों के भविष्य के साथ सौदा हुआ है.
वहीं बीजेपी सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा कि राजस्थान में अब जांच एजेंसियों की दस्तक हो चुकी है और अगर राजस्थान सरकार जांच एजेंसियों की जांच में दखल नहीं डालेगी तो बहुत ऊपर तक के लोगों के नाम का खुलासा होगा.