Rajasthan Assembly Result: राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 में नतीजें बीजेपी के पक्ष में जाते हुए नजर आ रहे है। बीजेपी ने इस चुनाव में अपने सात सांसदों को भी मैदान में उतारा था। इनमें से 4 सांसदों ने जीत दर्ज की है, जबकि 3 सांसदों का हार का मुंह देखना पड़ा है।
झोटवाड़ा – राज्यवर्धन सिंह राठौड़ – जीत
झोटवाड़ा विधानसभा सीट जयपुर शहर की सबसे हॉट सीट मानी जाती है. इस पर बीजेपी के सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ बनाम कांग्रेस के अभिषेक चौधरी के बीच मुकबला था. झोटवाड़ा सीट पर इस बार 71.52 प्रतिशत मतदान हुआ था, जो कि साल 2018 के मुकाबले -0.45 फीसदी कम था. 2018 में यहां 71.97 प्रतिशत मतदान हुआ था. यहां से सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने जीत दर्ज की है।
मंडावा – नरेंद्र कुमार – हार
झुंझुनूं की मंडावा विधानसभा सीट लंबे समय से कांग्रेस का गढ़ मानी जाती रही है. इस सीट पर 9 बार कांग्रेस ने जीत हासिल की है. बीजेपी सिर्फ एक बार ही खाता खोल पाई है. 2018 में बीजेपी के नरेंद्र कुमार ने 80,599 वोट हासिल किए थे, जबकि कांग्रेस की रीता चौधरी को 78,253 वोट मिले थे. इस बार बीजेपी के सांसद नरेंद्र कुमार को चुनाव में हार का मुंह देखना पड़ा है.
सांचौर – देवजी पटेल – हार
जालोर की सांचौर विधानसभा सीट पर बीजेपी के सांसद देवजी पटेल को चुनाव लड़ाया था. उनके सामने कांग्रेस प्रत्याशी सुखराम बिश्नोई के रूप में कड़ी चुनौती थी. जालोर में कुल 69.77 प्रतिशत मतदान हुआ था. सांचौर विधानसभा सीट ऐसी है जहां सबसे ज्यादा 80.91 प्रतिशत मतदान हुआ. यहां पर कुल 3 लाख 15 हजार 259 में से 2 लाख 55 हजार 89 वोटरों ने मतदान किया. 2018 में यहां से सुखराम बिश्नोई ने कब्जा जमाया था. यहां भी बीजेपी सांसद को हार का मुंह देखना पड़ा है.
किशनगढ़ – भागीरथ चौधरी – हार
अजमेर की किशनगढ़ सीट पर बीजेपी ने अपने सांसद भागीरथ चौधरी को मैदान में उतारा था. यहां से उनको करारी हार मिली है। 2018 में बीजेपी ने यहां से विकास चौधरी को टिकट दिया था. लेकिन इस बार उन्होंने पाला बदल लिया और कांग्रेस का हाथ थाम लिया था। कांग्रेस ने विकास चौधरी को किशनगढ़ सीट से मैदान में उतारा. अजमेर जिले की इस सीट पर इस बार 76.21 प्रतिशत मतदान हुआ था। यहां से कांग्रेस के विकास चौधरी को जीत मिली है.
तिजारा – बाबा बालकनाथ – जीत
अलवर जिले की तिजारा विधानसभा सीट पर बीजेपी ने सांसद बाबा बालकनाथ को चुनाव लड़ाया था. यहां 2018 में 82.20 प्रतिशत मतदान हुआ था. इस बार करीब 3 प्रतिशत (2.95) की बढ़ोतरी के साथ 85.15 वोटिंग हुई. बालकनाथ के सामने यहां कांग्रेस के इमरान खान ने चुनाव लड़ा था. वोटिंग प्रतिशत बढ़ने के पीछे बालकनाथ की कैंपेनिंग बताई जा गई. यहां से बालकनाथ को जीत मिली है.
सवाई माधोपुर – किरोड़ी लाल मीणा – जीत
राजस्थान सवाई माधोपुर सीट काफी अहम मानी जाती है. भारतीय जनता पार्टी ने सांसद किरोड़ी लाल मीणा को मैदान में उतारा था. जबकि कांग्रेस के वर्तमान विधायक दानिश अबरार को टिकट दिया. इस सीट पर सबसे खास बात यह रही कि आशा मीणा ने की वजह से मुकाबला त्रिकोणीय हो गया था. लेकिन इसके बाद भी किरोड़ी लाल मीणा ने चुनाव में जीत दर्ज की है.
विद्याधर नगर – दीया कुमारी – जीत
राजधानी जयपुर की विद्याधर नगर की विधासभा सीट बीजेपी की गढ़ मानी जाती है. यहां बीजेपी ने मौजूदा विधायक का टिकट काटकर सांसद दीया कुमारी को मैदान में उतारा था. वहीं कांग्रेस ने स्थानीय नेता सीताराम अग्रवाल पर दांव खेला. इसबार विद्याधर नगर में 72.58 प्रतिशत वोटिंग हुई, जो पिछले विधानसभा चुनाव से 2 प्रतिशत से भी अधिक थी. 2018 में यहां 70.30 फीसदी वोटिंग हुई थी. यहां से दिया कुमारी को जीत मिली है.