जयपुर। मुख्यमंत्री ने कहा है कि आमजन को पीक लोड की स्थिति में भी बिजली कटौती और पानी की किल्लत का सामना नहीं करना पड़े, इसके लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाएं। मुख्यमंत्री ने पीएचईडी मंत्री और ऊर्जा मंत्री को पानी-बिजली की बढ़ी हुई मांग के अनुसार आपूर्ति सुनिश्चित करते हुए प्रभावी प्रबंधन करने के निर्देश दिए हैं।
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सीएम ने मुख्य सचिव को भी गर्मी के मौसम में बिजली की समस्याओं के निराकरण के लिए किए जा रहे प्रयासों की सतत निगरानी और विभागों के मध्य समन्वय सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। विशेष रूप से ग्रामीण आबादी को विद्युत कटौती और जल की कमी से संबंधित किसी भी समस्या का सामना नहीं करना पड़े, इसके लिए सीएम ने निर्देश दिए हैं कि संबंधित विभागों के अधिकारी मुख्यालय पर ही रहें और बिना पूर्व सूचना के मुख्यालय नहीं छोड़ें।
समस्याओं के समाधान के लिए कंट्रोल रूम स्थापित
जनता को राहत पहुंचाने के लिए हेल्पलाइन नंबरों का व्यापक प्रसार भी किया जाए और इन पर प्राप्त होने वाली शिकायतों का त्वरित और समयबद्ध निस्तारण किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि राज्य स्तर एवं जिलों में स्थापित कं ट्रोल रूम सक्रियता से कार्य करें। इसके लिए उनकी नियमित रूप से मॉनिटरिंग की जाए।
उल्लेखनीय है कि पीएचईडी ने गर्मी के दौरान पेयजल संबंधी सभी समस्याओं के समाधान के लिए राज्य स्तर पर कं ट्रोल रूम स्थापित किया गया है, जहां 0141-2222585 पर संपर्क कर शिकायत दर्ज कराई जा सकती है। इसी प्रकार, बिजली आपूर्ति संबंधी समस्याओं की शिकायत विभिन्न डिस्कॉम्स द्वारा संचालित किए जा रहे हेल्पलाइन नंबरों या बिजली मित्र एप पर की जा सकती है।
भीषण गर्मी को देखते हुए चिकित्सा कार्मिकों की छुटि्टयां निरस्त
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने प्रदेश में लू-तापघात के प्रकोप के दृष्टिगत सभी चिकित्सा कार्मिकों के अवकाश निरस्त कर मुख्यालय पर ही रहने के लिए पाबंद किया है। विशेष परिस्थितियों में सक्षम स्तर से स्वीकृति उपरांत ही कार्मिक अवकाश पर जा सकेंगे। अवकाश स्वीकृति की सूचना निदेशालय को आवश्यक रूप से देनी होगी। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह के निर्देश पर इस संबंध में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य निदेशालय ने एक परिपत्र जारी किया है।
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निदेशक जनस्वास्थ्य डॉ. रवि प्रकाश माथुर ने बताया कि परिपत्र में निर्देश दिए गए हैं कि चिकित्सा सेवाओं से संबंधित कार्यालयों में चौबीस घंटे कं ट्रोल रूम क्रियाशील रहेंगे। आपात स्थिति में नागरिक टोल फ्री नंबर 108, 104 एवं हेल्पलाइन नंबर 1070 पर भी संपर्क कर सकते हैं। इन हेल्पलाइन नंबर का व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए गए हैं।