साल 2022 में भारत दुनियाभर में 8वां सर्वाधिक प्रदूषित देश रहा, जबकि उससे पिछले साल वह 5वें पायदान पर था। हवा में प्रदूषण नापने की इकाई यानी पीएम 2.5 में भी गिरावट आई है। यह 53.3 माइक्रोग्राम/क्यूबिक मीटर हो गया है। लेकिन यह अब भी विश्व स्वास्थ्य संगठन की सुरक्षित सीमा से 10 गुणा से भी ज्यादा है। यह रैंकिंग स्विस फर्म IQAir ने मंगलवार को जारी अपनी वर्ल्ड एयर क्वालिटी रिपोर्ट में दी है।
रैंकिंग का आधार पीएम 2.5 के स्तर को बनाया गया है, जिसे विज्ञानी और स्वास्थ्य विशेषज्ञ प्रमुख प्रदूषक तत्व मानते हैं, और उस पर नज़र रखते हैं। हवा में प्रदूषण की जांच करने वाली स्विस (World Air Quality Report) एजेंसी आईक्यू एयर ने मंगलवार को वर्ल्ड एयर क्वालिटी रिपोर्ट जारी की। इसमें 131 देशों का आंकड़े शामिल किए गए हैं। इन्हें 30,000 से अधिक ग्राउंड बेस मॉनिटरों से लिया गया है। इस रिपोर्ट में दुनिया के सबसे ज्यादा प्रदूषित 20 शहरों में 19 एशिया के हैं, जिनमें 14 भारतीय शहर हैं। एक शहर अफ्रीकी देश का है।
राजस्थान का भिवाड़ी सर्वाधिक प्रदूषित शहरों में शामिल
रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान का लाहौर और चीन का होतान दुनिया के सबसे ज़्यादा प्रदूषित शहर हैं, और इनके बाद राजस्थान का भिवाड़ी और दिल्ली तीसरे और चौथे पायदान पर हैं। दिल्ली में PM 2.5 का लेवल 92.6 माइक्रोग्राम है, जो सुरक्षित सीमा से लगभग 20 गुणा ज्यादा है।
नई दिल्ली अब सबसे प्रदूषित राजधानी नहीं
अब तक दिल्ली दुनिया की सबसे ज्यादा प्रदूषित राजधानी थी, लेकिन इस साल आईक्यू एयर ने दिल्ली का दो हिस्सों में सर्वे किया। एक नई दिल्ली और दूसरा दिल्ली। सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों की सूची में दिल्ली चौथे और नई दिल्ली 9वें स्थान पर है। 8वें नंबर पर अफ्रीकी देश चाड की राजधानी अन’जामेना है।
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