जयपुर। प्रदेशभर के ई एवं ऑटो रिक्शा महासंघ के सदस्यों और प्रतिनिधियों ने रविवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाक़ात की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने ऑटो चालकों को सम्मानित किया। इधर महासंघ के लोगों ने बताया कि पहली बार ऑटो चालकों को एक मुख्यमंत्री की ओर से मुख्यमंत्री निवास पर बुलाकर सम्मानित किया गया है। राजस्थान ई एवं ऑटो रिक्शा महासंघ के संरक्षक विपिन तिवारी ने कहा कि राज्य सरकार की योजनाओं से गरीब वर्ग को राहत मिल रही है।
पिंकसिटी रिक्शा चालक यूनियन के जोधपुर संभाग के संरक्षक गोपालदास वैष्णव ने कहा कि प्रदेश सरकार विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से गरीबों के उत्थान का कार्य कर रही है। इधर युवा बोर्ड के सदस्य जितेन्द्र नरूका ने इस अवसर पर विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का आभार जताया। कोटा की प्रदेशाध्यक्ष नजमा मंसूरी ने कहा कि अब राज्य में महिलाएं भी ऑटो एवं ई-रिक्शा चालक के रूप में कार्य कर रही है। राज्य सरकार की ओर से हर क्षेत्र में महिला सशक्तिकरण को प्रोत्साहन दिया जा रहा है।
गिग वर्कर्स वेलफेयर एवं शोषण से बचाने के लिए 200 करोड़ का बजट मंजूर
गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार वंचित वर्गाें के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। चिरंजीवी बीमा योजना के माध्यम से 25 लाख रुपए तक का निःशुल्क इलाज दिया जा रहा है। गिग वर्कर्स के हितों की रक्षा करने एवं उन्हें शोषण से बचाने के लिए गिग वर्कर्स वेलफेयर बोर्ड की स्थापना की गई है।
इसके लिए 200 करोड़ का बजट भी मंजूर किया गया है। इंदिरा गांधी शहरी क्रेडिट कार्ड योजना के तहत 50 हजार तक का ब्याज मुक्त ऋण उपलब्ध करवाया जा रहा है। महिला सशक्तिकरण के लिए राज्य में डेढ़ करोड़ महिलाओं को तीन साल के इंटरनेट डाटा युक्त निःशुल्क स्मार्टफोन से दिए जाएंगे। रक्षा बंधन पर 40 लाख महिलाओं को स्मार्टफोन दिए जाएंगे।
ये रहे मौजूद
कार्यक्रम में ई-रिक्शा विंग के अध्यक्ष विजय भास्कर शर्मा, तिपहिया महानगर यूनियन के अध्यक्ष कुलदीप सिंह, पिंकसिटी रिक्शा चालक यूनियन अध्यक्षा हेमलता, ऑटो यूनियन इंटक के अध्यक्ष शाहिद बेलियान, नागौर ऑटो यूनियन इंटक के अध्यक्ष रूपसिंह पंवार सहित बड़ी संख्या में विभिन्न ऑटो एवं ई-रिक्शा चालक यूनियन के सदस्य उपस्थित रहे।
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