Rajasthan News: मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित जैन धर्म के सामूहिक क्षमावाणी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान ऋषभदेव से लेकर भगवान महावीर तक सभी जैन तीर्थंकरों ने सदैव अहिंसा और क्षमा का सन्देश दिया है. उन्होंने कहा कि भारत के सभी धर्मों में अहिंसा एवं क्षमा को विशेष महत्व दिया गया है तथा जैन धर्म ने इसे नई पहचान प्रदान की. साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि जैन धर्म में अहिंसा और क्षमा सूक्ष्म से सूक्ष्म जीवों तक विस्तृत है तथा यह सिद्धांत विश्वशांति की ओर ले जाने वाली महत्वपूर्ण कड़ी है.
21वीं सदी में दुनिया की महाशक्ति बनेगा भारत
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि जैन तीर्थंकरों ने दुनिया को सत्य, अहिंसा और अपरिग्रह के सिद्धांतों के माध्यम से मार्ग दिखाया, जिससे हमारी संस्कृति और विचार वर्तमान समय में भी पूरी दुनिया में प्रासंगिक हैं. साधु-मुनियों की वाणी ईश्वरीय रूप होती है, जिनके आशीर्वाद से भारत दुनिया में अपनी पहचान बनाए हुए है तथा 21वीं सदी में विकसित भारत के रूप में दुनिया की महाशक्ति बनेगा.
भगवान महावीर ने दिया एकता का संदेश
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कार्यक्रम में कहा कि भगवान महावीर ने एकता का संदेश दिया. साथ ही कार्यक्रम में आचार्य श्री शशांक सागर महाराज ने कहा कि राजस्थान में पहली बार इस तरह का आयोजन किया है. यह सुन्दर क्षण है कि यहां दिगम्बर और श्वेताम्बर मुनि एक साथ क्षमावाणी समारोह मना रहे हैं और यही भगवान महावीर का एकता का संदेश है. आचार्य श्री विश्वरत्न सागर महाराज ने कहा कि मुख्यमंत्री निवास पर सामूहिक क्षमावाणी की यह पहल सराहनीय है.
कार्यक्रम में ये भी रहे मौजुद
इस दौरान उपमुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री कन्हैया लाल, सहकारिता राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गौतम कुमार दक, गृह राज्यमंत्री जवाहर सिंह बेढ़म, महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री डॉ. मंजू बाघमार, सांसद मदन राठौड, मंजू शर्मा, विधायक कालीचरण सर्राफ, जयपुर नगर निगम हेरिटेज महापौर कुसुम यादव, उप महापौर पुनीत कर्णावट सहित बड़ी संख्या में जैन समाज के प्रबुद्धजन उपस्थित रहे.