जयपुर: राजस्थान में विधानसभा चुनावों से पहले जहां कांग्रेस में चेहरो को लेकर खींचतान नहीं है वहीं बीजेपी खेमा एक साथ कई गुटों से जूझ रहा है जहां आलाकमान किसी एक चुनावी चेहरे को लेकर अभी तक असमंजस में चल रहा है. दरअसल बीजेपी ने सूबे में संभागवार कई क्षत्रप तो तैयार किए हैं लेकिन प्रदेश की जनता के बीच सामूहिक स्वीकार्यता वाले किसी एक नाम को अभी तक तय नहीं किया गया है लेकिन इस बीच सूबे की सियासत में एक नई जुगलबंदी की चर्चाएं जोरों पर है जहां बीजेपी सांसद किरोड़ीलाल मीणा और राजेंद्र राठौड़ के बीच बीते दिनों तालमेल बढ़ता हुआ देखा जा रहा है.
दरअसल किरोड़ीलाल को लेकर कहा जाता था कि वह अकेले ही प्रदेश में विपक्ष की भूमिका निभाते हैं और लगातार गहलोत सरकार के खिलाफ आंदोलनरत रहते हैं ऐसे में इन दिनों कई मसलों पर सांसद बीजेपी ऑफिस में पार्टी के अन्य नेताओं के बीच देखे जा रह हैं. माना जा रहा है कि राठौड़ और मीणा का यह चौंकाने वाला समीकरण भीतरी जंग का सामना करने के लिए हुआ है.
मालूम हो कि बीते दिनों बीजेपी मुख्यालय में हुई लगातार हर प्रेस कांफ्रेंस में नेता प्रतिपक्ष और बाबा को एक साथ देखा गया. हालांकि इससे पहले भी किरोड़ी बीजेपी ऑफिस में प्रेस वार्ता कर चुके हैं. इसके अलावा बताया जा रहा है कि किरोड़ी लाल की एक नजर दिल्ली में होने वाले केंद्रीय कैबिनेट के विस्तार पर टिकी है.
बाबा को मिला है ‘नया टास्क’!
बताया जा रहा है कि राजस्थान बीजेपी की ओर से 13 जून को होने वाले जयपुर घेराव में भीड़ लाने का भी किरोड़ीलाल को ‘टास्क’ दिया गया है. दरअसल इससे पहले खुद किरोड़ी अकेले ही कई रैलियां और विरोध प्रदर्शन कर चुके हैं लेकिन चुनावों के नजदीक आने के साथ ही उनकी सहभागिता सांगठनिक तौर पर बढ़ रही है.
इसी सिलसिले में सांसद मीणा रविवार को टोडाभीम पहुंचे जहां 13 जून को प्रदेश बीजेपी के विशाल जन आंदोलन के लिए कार्यकर्ताओं को अधिक से अधिक संख्या में जयपुर पहुंचने का आह्वान किया. इसके साथ ही बीजेपी सांसद ने बीते दिनों नेता प्रतिपक्ष राठौड़ के साथ प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित किया.
दिल्ली जाने की भी चर्चा जोरों पर
इधर केंद्र सरकार में कैबिनेट फेरबदल को लेकर काफी दिनों से अटकलें लगाई जा रही है जहां चुनावी साल को देखते हुए राजस्थान से एक या दो चेहरों को जगह मिल सकती है. ऐसे में चर्चा है कि राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा को नई जिम्मेदारी दी जा सकती है. बीजेपी सांसद एसटी समुदाय से आते हैं. वहीं अभी केंद्रीय मंत्रिमंडल में राजस्थान से 4 मंत्री हैं जहां गजेंद्रसिंह शेखावत, अर्जुनराम मेघवाल, कैलाश चौधरी और एक राज्यसभा सांसद भूपेंद्र यादव को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है.