जयपुर। अपने इनोवेटिव आइडिया के माध्यम से लोगों की मदद करने के साथ ही अपने बिजनेस को ग्रो कर रहे स्टार्टअप्स के लिए बड़ा मौका है। नेशनल स्टार्टअप अवॉर्ड 2023 के लिए आवेदन कर देशभर के स्टार्टअप अपनी पहचान बनाने, फंडिंग के लिए बड़े इन्वेस्टर्स तक पहुंच बनाने और अपने बिजनेस में आगे बढ़ने का बड़ा मौका पा सकते हैं। केंद्र सरकार की मिनिस्ट्री ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के तहत डिपार्टमेंट फॉर प्रमोशन ऑफ इंडस्ट्री एंड इन्टर्नल ट्रेड (DPIIT) की ओर से दिए जाने वाले नेशनल स्टार्टअप अवॉर्ड का यह चौथा एडिशन है जिसमें इस बार 20 कैटेगरीज के लिए अवॉर्ड दिए जाएंगे। आवेदन 19 कैटेगरीज के लिए किए जा सकते हैं।
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हर कैटेगरी के एक विजेता को 10 लाख रुपए का नकद पुरस्कार मिलेगा। साथ ही विनर्स और फाइनलिस्ट्स को मेंटॉरशिप, इन्वेस्टर कनेक्ट, कॉर्पोरेट कनेक्ट, गवर्नमेंट सपोर्ट जैसे मामलों में हैंड होल्डग सपोर्ट मिलेगा। इन्हें विभिन्न नेशनल व इंटरनेशनल स्टार्टअप इवेंट्स में शामिल होने में वरीयता भी मिलेगी। एक स्टार्टअप अधिकतम दो कैटेगरी के लिए आवेदन कर सकता है। हर कैटेगरी के लिए अलग से आवेदन करना होगा। हालांकि नेशनल स्टार्टअप अवॉर्ड के पिछले किसी भी एडिशन में विनर रह चुका कोई स्टार्टअप आवेदन नहीं कर सकेगा। आवेदन की अंतिम तिथि 15 जून है।
ये हैं अनिवार्य योग्यता
स्टार्टअप DPIIT से मान्यता प्राप्त होना चाहिए। मिनिस्ट्री ऑफ कॉर्पोरेट अफेयर्स व स्टेट रजिस्ट्रार ऑफ फर्म्स का सर्टिफिकेट अनिवार्य स्टार्टअप का कोई हार्डवेयर या सॉफ्टवेयर प्रोडक्ट या बाजार में मौजूद प्रोसेस सॉल्यूशन हो। सभी एप्लीकेबल ट्रेड स्पेसिफिक रजिस्ट्रेशन जैसे CE,FSSAI, MSME, GST आदि होने चाहिए। फाइनेंशियल ईयर 2019-20, 20-21 और 21-22 का ऑडिटेड फाइनेंशियल स्टेटमेंट आवश्यक। स्टार्टअप को 31 मार्च 2024 तक 10 वर्ष का समय पूरा न हुआ हो।
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इन कै टेगरीज के लिए करें आवेदन
वुमेन लेड इनोवेशन: स्टार्टअप जिनके लीडर्स में कम से कम एक महिला हो।
इम्पेक्ट इन रूरल एरियाज: अपने इनोवेशन से ग्रामीणों के जीवन को आसान बना रहे स्टार्टटप।
इम्पेक्ट जेन इनोवेशन: स्टार्टअप्स जिनके फाउंडर यंग एज स्टूडेंट इनोवेटर्स हों ।
इंडिजीनियस इन्जेन्युटी चैम्पियन: जिन स्टार्टअप्स की मैन्युफैक्चरिंग यूनिट भारत में हो।
एक्सीलेंस इन इनोवेशन फ्रोम द नोर्थ-ईस्ट एंड हिली स्टेट्स/ उत्तराखंड: इन स्टेट्स में सक्रिय।
सस्टेनेबिलिटी चैम्पियन: क्लाइमेट चेंज, वेस्ट मैनेजमेंट, अक्षय ऊर्जा आदि से जुड़े स्टार्टअप्स।
चैम्पियन्स ऑफ कल्चरल हैरीटेज: टैक्सटाइल्स, आर्ट व ट्यूरिज्म का संरक्षण, प्रसार कर रहे स्टार्टअप।
रिटेल इनोवेटर ऑफ द ईयर: फूड प्रोसेसिंग या रिटेल टैक्नोलॉजी से जुड़े स्टार्टअप।
राइजिंग स्टार अवॉर्ड: विकास की संभावना वाले शुरूआती स्टार्टअप्स।
जेनेसिस इनोवेटर ऑफ द ईयर: एआई, मशीन लनिंग आदि से जुड़े डीप-टेक स्टार्टअप्स।
एयरोइनोवेट अवॉर्ड: एयरोस्पेस, ड्रोन्स और एविएशन सोल्यूशन पर काम कर रहे स्टार्टअप।
फाइनेंशियल इन्क्ल्यूजन अवॉर्ड: वित्तीय समावेश व वित्तीय साक्षरता पर काम कर रहे स्टार्टअप।
एक्सेसिबिलिटी इनोवेशन अवॉर्ड: विशेष योग्य जनों के लिए विशेष सुविधा मुहैया कराने वाले।
एक्सीलेंस इन लोकल टू ग्लोबल: इंटरनेशनल कन्ज्यूमर बेस वाले स्टार्टअप्स।
इंडिपेंडेंट ट्रेलब्लेजर अवॉर्ड: फाउंडर्स की ही फंडिंग से चलने वाले स्वतंत्र स्टार्टअप।
पिवॅट प्रो अवॉर्ड: स्टार्टअप जिन्होंने किसी मौजूदा बिजनेस मॉडल को पूरी तरह बदल दिया हो।
द नेक्स्ट पायोनियर अवॉर्ड: स्ट्रॉन्ग मार्केट फिट प्रोडक्ट लाने वाले स्टार्टअप।
इनोवेटर्स फोर एग्रीकल्चर एंड एनिमल हस्बेन्ड्री: कृषि और पशुपालन से जुड़े स्टार्टअप।
इंडियाज’सोशल इम्पेक्ट चैंपियन: हैल्थकेयर, लैंग्वेज, आजीविका, एजुकेशन से जुड़े स्टार्टअप।