नई दिल्ली। यौन उत्पीड़न के मामले में रेसलर्स विनेश फोगाट समेत पहलवानों का धरना (Wrestlers Protest) फिर से शुरू हो गया है। कल से विनेश फोगाट समेत कई रेसलर जंतर मंतर पर धरना दे रहे हैं। उन्होंने (wrestling federation of India) यानी भारतीयकुश्ती महांसघ के अध्यक्ष बृज भूषण सिंह के खिलाफ अपनी मांगे रखीं हैं। जिसमें उन्होंने कहा है कि जब तक ब्रजभूषण के खिलाफ जांच की रिपोर्ट नहीं आ जाती तब तक वह अपना धरना जारी रखेंगे।
सबसे हैरानी की बात यह है कि विनेश फोगाट ने खेल मंत्रालय पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि इस जांच के लिए जो कमेटी बनी है, वह सिर्फ नाम के लिए है। सब कुछ बृजभूषण सिंह ही कर रहे हैं। खेल मंत्रालय ने जमकर राजनीति की है। मंत्रालय ने हमसे जो कहा हमने वो किया लेकिन हमें तो लगता है कि वह हमारे साथ ही खेल गए। विनेश फोगाट ने बगैर नाम लिए कहा कि हमने जिस पर भरोसा किया उसने ही हमें दगा दे दिया हमारे साथ खेल कर दिया।
अब तक दर्ज नहीं FIR
विनेश फोगाट के साथ धरने पर बैठी स्टार रेसलर साक्षी मलिक ने भी कहा कि एक नाबालिग सहित सात लड़कियों ने यौन उत्पीड़न के मामले में बृजभूषण सिंह के खिलाफ पुलिस थाने में शिकायत दी लेकिन अभी तक दर्ज नहीं की गई है। POCSO का मामला होना चाहिए। हम ढाई महीने से इंतजार कर रहे हैं।
कमेटी का मुझे हिस्सा बनाया गया, वह भी इसलिए ताकि सेक्सुअल हैरेसमेंट कमेटी में मैं खुद का बचाव कर सकूं। मैं कह दूं कि ना तो मैं इस कमेटी का कभी हिस्सा थी, ना ही मुझे बता कर इसका हिस्सा बनाया गया। मुझसे तो कोई पेपर भी नहीं साइन करवाए गए। जब हमने खेल मंत्रालय से इस मामले को पहुंचाया था। तब हमें भरोसा था कि जो खेल मंत्रालय कमेटी बना रही है वह बृजभूषण सिंह के खिलाफ पूरी जांच कर रिपोर्ट सौंप देगी। लेकिन हैरानी की बात है कि अब तक FIR तक दर्ज नहीं हुई है।
धरना प्रदर्शन कर रहे रेसलर बजरंग पूनिया ने कहा कि हमारा साथ जो देगा हम सभी का स्वागत करते हैं। चाहे वह राजनीति से हो या और किसी क्षेत्र से। गौरतलब है कि पिछली बार भी इस मुद्दे पर जब रैसलर्स ने धरना प्रदर्शन किया था तब कई राजनीतिक दल के लोग इस धरने में पहुंचे थे लेकिन इन पहलवानों ने सभी से इस धरने में उनके मंच पर शामिल ना होने की बात कही थी और किसी को भी मंच पर आने तक नहीं दिया था। सिर्फ राजनीति ही नहीं दूसरे क्षेत्र से जुड़े लोग भी जब इस धरने में पहुंचे तो उन्हें भी वापस भीड़ में भेज दिया गया था।
इस मामले में दिल्ली पुलिस का कहना है कि जांच समिति से रिपोर्ट मांगी गई है। डब्ल्यूएफआई प्रमुख बृजभूषण सिंह के खिलाफ पहलवानों के विरोध के बीच दिल्ली पुलिस ने उनकी शिकायत की जांच शुरू कर दी है।
गौरतलब है कि इस पूरे मामले को लेकर केंद्र सरकार की तरफ से एक ओवर साइड कमेटी बनाई गई थी। जिसकी चीफ बॉक्सर मैरी कॉम को बनाया गया था। इसके अलावा इस कमेटी के सदस्यों में ओलंपियन योगेश्वर दत्त, तृप्ति मुंडे, टॉप्स के सीईओ राजगोपालन, राधा श्रीमन और रेसलर बबिता फोगाट शामिल थीं।
यह मामला तब प्रकाश में आया जब एक महिला पहलवान ने Wrestling Federation of India यानी भारतीय कुश्ती महासंघ से अध्यक्ष बृजभूषण सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। हालांकि उस महिला पहलवान ने यह आरोप खुद सार्वजनिक नहीं किया था बल्कि रेसलर विनेश फोगाट ने इसे सार्वजनिक किया था।
विनेश ने यह भी कहा था कि बृजभूषण सिंह सिर्फ एक महिला के साथ ही नहीं फेडरेशन में ट्रेनिंग लेती हर करीब-करीब हर महिला पहलवान के साथ उन्होंने गंदी हरकत की है। जिसके खिलाफ पहलवानों ने जनवरी महीने में जंतर मंतर पर तीन दिनों तक लगातार धरना प्रदर्शन किया था। जबरदस्त प्रदर्शन के बाद बृजभूषण सिंह को उनके पद से अस्थाई रूप से हटा दिया गया था।