नई दिल्ली। यौन उत्पीड़न मामले में विनेश कुमार समेत 7 पहलवानों ने (Wrestlers Protest) अब सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है और कहा है कि 21 अप्रैल को कनॉट प्लेस में थाने में भी काफी देर तक बैठे रहे लेकिन पुलिस ने उनकी एफ आई आर दर्ज नहीं की। इस याचिका में WFI के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह मामले में सुनवाई की अपील की गई है।
बता दें कि इस याचिका की फाइल बीती देर रात हुई थी और इसका अभी तक डायरी नंबर नहीं मिला है। लिस्ट में जगह मिलने के बाद ही सुनवाई का लिए अपील की जा सकती है। इसी के साथ ही रेसलिंग फेडरेशन के चुनाव पर भी रोक लगा दी गई है। 7 मई से चुनाव होने वाले थे। इस चुनाव के लिए एक कमेटी बनाई जाएगी। हालांकि अभी तो चुनाव की तारीख रद्द कर दी गई है।
भारतीय ओलंपिक संघ WFI के चुनाव के लिए समिति का गठन
अब भारतीय ओलंपिक संघ अपने गठन के 45 दिनों के भीतर भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) की कार्यकारी समिति के चुनाव कराने और WFI के दिन-प्रतिदिन के मामलों के प्रबंधन के लिए एक तदर्थ समिति का गठन करेगा।
विनेश फोगाट के इस प्रदर्शन को हरियाणा की खाप पंचायतों का भी समर्थन मिला है। पहलवानों के इस दल ने खाप पंचायतों से माफी मांगी है और कहा कि इस समय हमें आपके समर्थन और साथ की बेहद जरूरत है। हमसे पिछली बार भूल हो गई थी। जिसे हम सुधारना चाहते हैं। हमें इस वक्त आप की बेहद जरूरत है।
गौरतलब है कि पहलवान बजरंग पूनिया ने आज ही बयान दिया कि हमारा जो भी समर्थन देगा हम सभी का स्वागत करते हैं। चाहे वह राजनीतिक दल से जुड़े हुए हों, चाहे किसी भी क्षेत्र से हों। याद रहे कि पिछली बार जब जनवरी में पहलवानों का धरना प्रदर्शन हुआ था, तब उन्होंने अपने धरने में किसी को भी शामिल होने नहीं दिया था। यहां तक की धरने में शामिल होने आए नेता और प्रोफेशनल बॉक्सर विजेंद्र सिंह को इन पहलवानों ने मंच से हटाकर भीड़ में बैठा दिया था