Women Reservation Bill: देश की संसद के विशेष सत्र में बुधवार को लोकसभा में महिला आरक्षण बिल (नारी शक्ति वंदन विधेयक) पर बहस शुरू हो गई है जहां कानून मंत्री अर्जुनराम मेघवाल के बिल के बारे में जानकारी देने के बाद कांग्रेस की ओर से सोनिया गांधी ने बहस की शुरूआत की. सोनिया ने कहा कि महिला आरक्षण बिल मेरे जीवनसाथी राजीव गांधी का सपना था और वह ये बिल लेकर आए थे.
सोनिया ने कहा कि कांग्रेस महिला आऱक्षण बिल का पूरी तरह से समर्थन करती है और मैं इस बिल के समर्थन में खड़ी हुई हूं क्योंकि यह मेरी जिंदगी का मार्मिक क्षण है. मालूम हो कि 19 सितंबर को लोकसभा में महिला आरक्षण बिल पेश किया गया था जिसके मुताबिक, लोकसभा और राज्यों की विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33% रिजर्वेशन लागू किया जाएगा. यह आरक्षण 15 साल तक रहेगा और 2026 तक लागू हो सकता है.
हम बिल का समर्थन करते हैं – सोनिया गांधी
सोनिया गांधी ने लोकसभा में कहा कि कांग्रेस पार्टी इस बिल का पूरी तरह से समर्थन करती है और हमारी मांग है कि ये बिल तुरंत पास किया जाए. वहीं उन्होंने कहा कि बिल के लिए खुशी होने के साथ हमारी एक चिंता भी है.
सोनिया ने कहा कि पिछले 13 साल से महिलाएं राजनीतिक जिम्मेदारी को लेकर इंतजार कर रही है लेकिन ये इंतजार कितना चलेगा, 2 साल, 4 साल, 6 साल हम ये पूछना चाहते हैं.
वहीं सोनिया ने मांग कर कहा कि सरकार को जातिगत जनगणना कराकर एससी, एसटी और ओबीसी महिलाओं के लिए भी आरक्षण की व्यवस्था करनी चाहिए और इस बिल में अगर देरी होती है तो यह देश की महिलाओं के लिए अन्याय होगा.
‘राजीव गांधी का सपना होगा पूरा’
सोनिया ने कहा कि पहली बार स्थानीय निकायों में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित के लिए कानून मेरे पति राजीव गांधी लेकर आए थे जो राज्यसभा में 7 वोटों से गिर गया था और इसके बाद पीवी नरसिम्हा राव की सरकार ने इसे पारित करवाया था. उन्होंने कहा कि राजीव का सपना अभी आधा पूरा हुआ है और यह बिल पारित होने के बाद वह सपना पूरा होगा.