कौन है नूंह हिंसा का ये आरोपी? खुद को बताता है जिहादियों का जीजा, कैसे बना बिट्टू से ‘बजरंगी’

Bittu Bajrangi : नई दिल्ली। हरियाणा के नूंह में 31 जुलाई को ब्रजमंडल यात्रा के दौरान भड़की सांप्रदायिक हिंसा मामले में पुलिस ने बिट्टू बजरंगी…

Bittu Bajrangi

Bittu Bajrangi : नई दिल्ली। हरियाणा के नूंह में 31 जुलाई को ब्रजमंडल यात्रा के दौरान भड़की सांप्रदायिक हिंसा मामले में पुलिस ने बिट्टू बजरंगी को गिरफ्तार कर लिया है। जिसे आज कड़ी सुरक्षा के बीच कोर्ट में पेश किया जाएगा। लेकिन, नूंह हिंसा मामले में जिस मोनू मानेसर का नाम चर्चा में हैं, वो अभी भी पुलिस की गिरफ्तर से दूर है। नूंह पुलिस ने बिट्‌टू बजरंगी को मंगलवार को फरीदाबाद में उसके घर से गिरफ्तार किया था। पुलिस से बचने के लिए बिट्‌टू बजरंगी घर से निकल सड़क की ओर भाग गया था। ऐसे में पुलिस ने फिल्मी स्टाइल में पीछाकर बिट्टू बजरंगी को दबोच लिया है।

बिट्टू बजरंगी खुद को बजरंग दल का कार्यकर्ता बताता है। लेकिन, विश्व हिंदू परिषद से बुधवार को साफ किया कि बिट्टू बजरंगी का बजरंग दल से कोई संबंध नहीं है। वीएचपी ने बुधवार को ट्वीट किया कि राज कुमार उर्फ बिट्टू बजरंगी, जिसे बजरंग दल कार्यकर्ता बताया जा रहा है, उसका बजरंग दल से कभी कोई संबंध नहीं रहा। उसके द्वारा कथित रूप से जारी किए गए वीडियो की सामग्री को भी विश्व हिन्दू परिषद उचित नहीं मानती। ऐसे में बड़ा सवाल ये है कि जिस बिट्टू बजरंगी को नूंह हिंसा मामले में गिरफ्तार किया गया है, वो आखिर कौन है?

जानें-कौन है बिट्टू बजरंगी?

हरियाणा निवासी बिट्टू फरीदाबाद में बजरंगी गोरक्षा बजरंग फोर्स संगठन का अध्यक्ष है। 45 वर्षीय बिट्टू बजरंगी का असली नाम राजकुमार है। वो हरियाणा के फरीदाबाद में रहता है। वह फरीदाबाद के गाजीपुर बाजार और डबुआ मंडी में फल व सब्जियों का व्यापारी है। पिछले तीन साल से यह एक गौरक्षक समूह चला रहा है और खुद को बजरंग दल का सदस्य बताता है।

कैसे बिट्टू से बन गया बजरंगी?

राजकुमार को घर पर बिट्टू कहकर बुलाते है। लेकिन, आज हर कोई उसे बिट्टू बजरंगी के नाम से जानता है। क्योंकि, वह खुद को हनुमान जी का भक्त बताता है और पिछले तीन साल से फल-सब्जी व्यापारी होने के साथ-साथ गायों की सेवा में लगा हुआ है। धार्मिक प्रवृत्ति होने और खुद को हनुमान भक्त बताने की वजह से हर कोई उसे बिट्टू बजरंगी के नाम से जानते है। पिछले एक महीने में ही उस पर धार्मिक भावनाएं भड़काने के तीन मामले दर्ज किए गए हैं। नूंह हिंसा के बाद फरीदाबाद में गोरक्षा बजरंग फोर्स प्रमुख के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।

सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव

बिट्टू बजरंगी सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव है। वह सोशल मीडिया पर हथियारों के साथ तस्वीरें पोस्ट करता है और खुद को गोरक्षक बताता है। वह लव जिहाद के खिलाफ भी सोशल मीडिया पर कैंपेन चलाता है। सोशल मीडिया पर उसके भड़काऊ बयानों वाले कई वीडियो भी है। वह खुद को जिहादियों का जीजा बताता है। हाल ही में बिट्टू ने ब्रजमंडल यात्रा में शामिल होने की अपील की थी और हिंदुओं से जागने को कहा था। एक पोस्टर में उसने लिखा था, ‘दहशत बनाओ तो शेरों जैसी, वरना खाली डराना तो कुत्ते भी जानते हैं।

नूंह हिंसा से पहले बिट्‌टू बजरंगी का वीडियो हुआ था वायरल

31 जुलाई से पहले सोशल मीडिया पर बिट्‌टू बजरंगी का वीडियो वायरल हुआ था। जिसमें बिट्‌टू ने कहा था उनको पूरी लोकेशन दे दो, मैं कहां-कहां आ रहा हूं। नहीं तो बाद में बोलेंगे, बताया नहीं कि हम आए और मुलाकात नहीं हुई। इसलिए हम पूरी लोकेशन दे रहे हैं। हमारे लिए फूल माला तैयार रखना। जीजा आ रहे हैं. बिल्कुल 150 गाडियां हैं। बिट्‌टू बजरंगी कहता है कि वह इस वक्त फरीदाबाद के पाली में है। इस दौरान वह अपने साथियों को भी दिखाता है।

हालांकि, नूंह हिंसा में नाम सामने आने के बाद उसने कहा था कि यदि रैली में किसी के पास बंदूक थी तो उसका लाइसेंस था। तलवारें पूजा के लिए थीं। तलवारें हमले के लिए नहीं थी बल्कि इनका इस्तेमाल शादी विवाह के दौरान होता है। कुछ ही लोगों के पास तलवारे थीं। हम अपने परिवार के साथ गए थे। क्या हम किसी पर हमला करेंगे?’ लेकिन, जब हम लौट रहे थे तब देखा कि कुछ बसों को जलाया जा रहा था और एक मस्जिद पर फायरिंग हो रही थी। ऐसे में हम वापस मंदिर के अंदर चले गए थे।

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