राहुल गांधी और कांग्रेस के कई नेताओं की ओर से वीर सावरकर पर दिए गए बयान को लेकर उद्धव गुट की शिवसेना ने कड़ी नाराजगी जताई है। उद्धव ठाकरे ने इस बयान पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी है। उद्धव ठाकरे ने मल्लिकार्जुन खड़गे की ओर से बुलाए गए डिनर का भी बहिष्कार कर दिया है।
जिस नेता ने 14 सालों तक जेल में रहकर यातनाएं सही…
दरअसल आज मल्लिकार्जुन खड़गे ने कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दलों को अपने आवास पर रात्रिभोज के लिए निमंत्रित किया है। लेकिन इस निमंत्रण को उद्धव ठाकरे ने ठुकरा दिया है। उद्धव ठाकरे ने यह कहा है कि जिन वीर सावरकर ने 14 सालों तक अंडमान की जेल में रहकर काला पानी की यातनाएं सही हैं उन महान नेता के बारे में इस तरह की टिप्पणी बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेंगे।
इस तरह की टिप्पणी बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी
उद्धव ठाकरे ने कहा कि शिवसेना, एनसीपी, कांग्रेस का महागठबंधन लोकतंत्र की रक्षा के लिए किया गया है तो चाहिए कि तीनों ही दलों को एक साथ मिलकर काम करना होगा। राहुल गांधी को जानबूझकर उकसाया जा रहा है। इस तरह की टिप्पणी बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
वहीं उद्धव ठाकरे के सबसे करीबी और उद्धव गुटके ही नेता संजय राउत ने कहा है कि उद्धव गुट की शिवसेना की तरफ से कोई भी नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के डिनर में नहीं हिस्सा लेगा।
इस मुद्दे पर राहुल और उद्धव साथ बैठकर बात करेंगे
उद्धव ठाकरे और उनके गुट की शिवसेना की तरफ से दी गई इस प्रतिक्रिया पर महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि वीर सावरकर के मुद्दे पर राहुल गांधी और उद्धव ठाकरे बैठकर बातचीत करेंगे। शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस लोकतंत्र को बचाने के लिए ही महागठबंधन में साथ हैं।
मैं सावरकर नहीं जो माफी मांग लूंगा
बता दें कि राहुल गांधी के वीर सावरकर पर दिए गए बयान के विरोध में शिवसेना और बीजेपी के सांसदों ने मिलकर आज संसद परिसर में शिवाजी की प्रतिमा के सामने प्रदर्शन किया था। गौरतलब है कि बीती 25 मार्च को राहुल गांधी ने जब प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी तो उन्होंने अपने बयान में कहा था कि मैं सावरकर नहीं हूं जो माफी मांग लूंगा मैं गांधी हूं।