Triple Train Accident : नई दिल्ली। ओडिशा के बालासोर में हुए ट्रिपल ट्रेन हादसे के बाद कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी पार्टियां लगातार केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से इस्तीफे की मांग कर रही है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पवन खेड़ा ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि दोषियों को सजा दिलाने की घोषणा करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सबसे पहले अपने रेल मंत्री से शुरुआत करनी चाहिए। इस हादसे के लिए केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देना चाहिए। साथ ही कांग्रेस ने ट्वीट कर पूछा कि नरेंद्र मोदी जी, आप रेल मंत्री का इस्तीफा कब लेंगे?
देश के इतिहास में इन मंत्रियों ने दिया इस्तीफा
देश के इतिहास में हादसे की वजह से आज तक सिर्फ तीन ही केंद्रीय मंत्रियों ने अपने पद से इस्तीफे दिए। इनमें लाल बहादुर शास्त्री, नीतीश कुमार और माधव राव सिंधिया का नाम शामिल है।
लाल बहादुर शास्त्री : अगस्त, 1956 में आंध्रप्रदेश के महबूबनगर हुए रेल हादसे के बाद तत्कालीन रेल मंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने पद से इस्तीफा दे दिया था, हालांकि इसे तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने स्वीकार नहीं किया था। इस हादसे में 112 लोगों की मौत हुई थी। इस हादसे के तीन महीने बाद ही नवंबर में तमिलनाडु के अरियालुर में एक और रेल दुर्घटना हुई थी। जिसमें 114 लोगों की मौत हो गई थी। इस हादसे के बाद लाल बहादुर शास्त्री ने फिर इस्तीफा दे दिया। लेकिन, इस बार जवाहर लाल नेहरू ने इस्तीफा स्वीकार कर लिया। साथ ही संसद में कहा कि वह इस्तीफा इसलिए स्वीकार कर रहे हैं, ताकि यह एक नजीर बने। इसलिए नहीं कि हादसे के लिए किसी भी रूप में शास्त्री जिम्मेदार हैं।
नीतीश कुमार : 5 अगस्त 1999 को असम के गैसल में एक बड़ी रेल दुर्घटना हुई थी। इस हादसे में 290 यात्री मारे गए थे। इस दुर्घटना की जिम्मेदारी लेते हुए तत्कालीन रेल मंत्री नीतीश कुमार ने इस्तीफा दे दिया था। हालांकि, प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने इस्तीफा स्वीकार करने से इनकार कर दिया था। लेकिन, नीतीश ने नैतिकता के आधार पर हादसे की जिम्मेदारी लेते हुए रेल मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
माधवराव सिंधिया : एक प्लेन की क्रैश लैंडिंग के बाद नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए माधवराव सिंधिया ने इस्तीफा दे दिया था। साल 1993 में पायलटों की स्ट्राइक खत्म करने के लिए भारतीय एयरलाइंस ने एक रूसी प्लेन TU-154 हायर किया था। लेकिन, प्लेन क्रैश के बाद तत्कालीन नागरिक उड्डयन एवं पर्यटन मंत्री माधवराव सिंधिया ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।