नई दिल्ली। नई संसद (New Parliament) के उद्घाटन को लेकर एक तरफ जहां विवाद गहराया हुआ है तो वहीं दूसरी तरफ इसके लिए जोरों शोरों से तैयारियां की जा रही है। इस कार्यक्रम में आने वाले मेहमानों की लिस्ट भी तैयार कर ली गई है। जिसमें बड़े-बड़े दिग्गजों के नाम शामिल है। 21 विपक्षी दलों ने इस कार्यक्रम से दूरी बना ली है वहीं कई नेता इस कार्यक्रम में शामिल हो रहे हैं।
ये दिग्गज हो रहे हैं शामिल
1- नई संसद के इस कार्यक्रम में दिग्गज बिजनेस टाइकून रतन टाटा को निमंत्रण भेजा गया है।
2- देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लेफ्टिनेंट गवर्नर्स को भी इस कार्यक्रम में बुलाया गय़ा है।
3- संसद के दोनों सदन लोकसभा और राज्यसभा के अध्यक्षों और पूर्व अध्य़क्षों को भी निमंत्रण दिया गया है।
4- सरकार के सभी मंत्रालयों के सचिव भी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे।
5- नई संसद को बनाने वाले मुख्य वास्तुकार बिमल पटेल को भी इस कार्यक्रम में बुलाया गया है।
विपक्षी दलों में कौन-कौन हो रहा है शामिल
19 राजनीतिक दलों के इस कार्यक्रम के बॉयकॉट के अलावा 16 विपक्षी दल इस कार्यक्रम का समर्थन कर रहे हैं। जिन दलों के नेता इसमें शामिल हो रहे हैं उनमें, सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा, लोजपा, नेशनल डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव, अपनी दल(सोनोलाल), रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया, तमिल मनीला कांग्रेस, अन्नाद्रमुक, आजसू(झारखंड), मिजो नेशनल फ्रंट, वाईएसआरसीपी, महबूबी मुफ्ती की टीडीपी, बीजद और शिरोमणि अकाली दल, शिंदे गुट की शिवसेना, नेशनल पीपुल्स पार्टी के नेता हैं।
19 दलों के नेता नहीं होंगे शामिल
19 विपक्षी दलों ने 28 मई को नए संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार करने के लिए एक संयुक्त बयान जारी करते हुए कहा कि जब लोकतंत्र की आत्मा को संसद से निकाल लिया गया है, तो हम नए भवन में कोई मूल्य नहीं पाते हैं। इन 19 दलों में जिसमें कांग्रेस, आम आदमी पार्टी (AAP), TMC, द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK),राष्ट्रीय जनता दल (RJD), जनता दल-यूनाइटेड (JDU), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP), समाजवादी पार्टी, उद्धव ठाकरे की शिवसेना गुट, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया, झारखंड मुक्ति मोर्चा, करेला कांग्रेस मनी, विदुथलाई चिरूथाइगल कच्छी, राष्ट्रीय लोक दल, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, नेशनल कॉन्फ्रेंस और रेवॉल्युशनरी सोशलिस्ट पार्टी अन्य मरूमलारची द्रविड मुनेत्रद कडगम (MDMK) शामिल हैं। ये सभी पर्टियां 28 मई के कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लेंगी।
क्या है नए और पुराने संसद भवन में अंतर
पुराना संसद भवन 47 हजार 500 वर्गमीटर में है, जबकि नई बिल्डिंग 64 हजार 500 वर्ग मीटर में बनाई गई है। पुराने से नया संसद भवन 17 हजार वर्ग मीटर बड़ा है। नया संसद भवन 4 मंजिला है। इसमें 3 दरवाजे हैं, इन्हें ज्ञान द्वार, शक्ति द्वार और कर्म द्वार नाम दिया गया है। सांसदों और VIPs के लिए अलग एंट्री है। इस पर भूकंप का असर नहीं होगा। इसका डिजाइन HCP डिजाइन, प्लानिंग एंड मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड ने तैयार किया है।