करीब छह महीने के अंतराल के बाद अक्षय तृतीया के पर्व पर शनिवार को गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिर के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा शुरू हो जाएगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस पवित्र यात्रा पर जा रहे श्रद्धालुओं की बसों को शुक्रवार को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। गढ़वाल हिमालय के चारधामों में से दो अन्य धाम, केदारनाथ के कपाट 25 अप्रैल को और बद्रीनाथ के कपाट 27 अप्रैल को खुलेंगे।
इस बीच, उत्तरकाशी जिले में गंगोत्री मंदिर और यमुनोत्री मंदिर के खुलने की तैयारियां शुरू हो गई हैं, जहां मंदिरों को फूलों से सजाया जा रहा है। हवन और वैदिक मंत्रोच्चार के बाद शनिवार दोपहर बाद 12:35 बजे पर गंगोत्री के कपाट खुलेंगे जबकि 12:41 बजे पर यमुनोत्री के कपाट खुलेंगे। दोनों धामों में श्रद्धालुओं का पहुंचना शुरू हो गया है।
ऋषिकेश में आयोजित ‘ऋषिकेश से चारधाम यात्रा – 2023’ कार्यक्रम में मुख्यमंत्री धामी ने श्रद्धालुओं का माल्यार्पण कर स्वागत किया और चारों धामों के देवी- देवताओं-बाबा केदार, बदरीविशाल, मां गंगोत्री और मां यमुनोत्री से पिछले साल की तरह इस साल भी यात्रा के धूमधाम एवं कुशलतापूर्वक संपन्न होने की प्रार्थना की।
श्रद्धालुओं पर होगी पुष्पवर्षा
सीएम धामी ने कहा कि इस बार सरकार की तरफ से चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं के स्वागत में हेलिकॉप्टर से पुष्पवर्षा करने का भी निर्णय लिया गया है। चारधाम यात्रा को उत्तराखंड के लिए एक ‘उत्सव’ बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि देश- विदेश से लाखों की संख्या में श्रद्धालु राज्य में आते हैं जिससे रोजगार के अवसर पैदा होते हैं।
16 लाख यात्रियों का हुआ पंजीकरण
सीएम धामी ने बताया कि इस साल अभी तक 16 लाख लोगों ने यात्रा के लिए पंजीकरण करवाया है और सरकार सुनिश्चित करेगी कि प्रत्येक श्रद्धालु की यात्रा सुगम और शत-प्रतिशत सुरक्षित हो। हमें पूर्ण विश्वास है कि इस साल की चारधाम यात्रा पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ेगी। राज्य सरकार सुरक्षित चारधाम यात्रा के लिए दृढ़ प्रतिज्ञ है। हमारा प्रयास रहेगा कि यात्रा समाप्ति के बाद घर लौटने वाला प्रत्येक श्रद्धालु देवभूमि उत्तराखंड में बिताए समय की स्वर्णिम यादों को साथ लेकर जाए।
पिछले साल यात्रा पर आए थे 47 लाख श्रद्धालु
कोविड- 19 के कारण दो साल के अंतराल के बाद पिछले साल पूरी तरह से शुरू हुई चारधाम यात्रा में रिकार्ड 47 लाख से ज्यादा श्रद्धालु आए थे। राज्य सरकार को इस बार यह संख्या और बढ़ने की उम्मीद है।
आवास व भोजन का बिल अवश्य लें
सीएम धामी ने श्रद्धालुओं से यात्रा के दौरान अपने ठहरने और भोजन का बिल अवश्य लेने तथा ही स्थानीय उत्पादों की अधिक से अधिक खरीदारी करने का आग्रह किया। मुख्यमंत्री ने श्रद्धालुओं से यात्रा के दौरान सफाई का विशेष ध्यान रखने का आग्रह भी किया।
भूस्खलन से बद्रीनाथ राजमार्ग बाधित
गोपेश्वर उत्तराखंड के हनुमान चट्टी में बर्फबारी और बारिश की वजह से हुए भूस्खलन के कारण बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग बाधित हो गया। जिला प्रशासन ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) बद्रीनाथ मंदिर से करीब 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हनुमान चट्टी में गुरुवार शाम को भूस्खलन के कारण राजमार्ग पर जमा हुए मलबे को साफ कर रहा है।
(Also Read- Amarnath Yatra 2023: इस साल कब से शुरू होगी यात्रा, श्रद्धालु ऐसे कर सकेंगे रजिस्ट्रेशन)