झारखंड में महिलाओं के खिलाफ अपराध थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। अब प्रदेश के चाईबासा जिले में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर के साथ गैंगरेप की घटना सामने आई है। पीड़ित युवती अपने दोस्तों के साथ घूमने गई थी। जहां पर इस वारदात को अंजाम दिया गया। पीड़िता पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर है और बंगलुरु की एक आईटी कंपनी में कार्यरत है। लेकिन इस समय वह वर्क फ्रॉम होम पर थी। इसलिए लंबे समय से चाईबासा में रह रही थी।
10 लोगों ने किया सामूहिक दुष्कर्म
वारदात के बाद पीड़ित युवती ने 10 अज्ञात लोगों के खिलाफ थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। जिसके बाद पुलिस ने पांच लोगों को हिरासत में लिया। चाईबासा डीएसपी दिलीप खलखो ने मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है। जिसमें जगन्नाथपुर डीएसपी इकुड डुंगडुंग के अलावा क्षेत्र के महिला थाना प्रभारी भी शामिल है।
बता दें कि झारखंड में पिछले दो महीने में महिलाओं के खिलाफ जघन्य अपराध के मामलों ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए है। एक सर्वे के मुताबिक यह राज्य अब महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं है। यहां हर 6 घंटे में एक दुष्कर्म का मामला सामने आ रहा है। इसी महीने 9 अक्टूबर को गुमला में एक 55 वर्षीय महिला के साथ पुलिस के दो जवानों ने गैंगरेप किया। यही नहीं महिला के प्राइवेट पार्ट में धारदार हथियार से भी वार किए।
हर 6 घंटे में राज्य में हो रहा दुष्कर्म
सर्वे के मुताबिक पिछले सात सालों में में अंधविश्वास के नाम पर प्रदेश में हर साल औसतन 35 हत्याएं हुईं हैं। अपराध अनुसंधान विभाग यानी CID के आंकड़ों के मुताबिक इस तरह साढ़े सात साल में कुल आंकड़ा 250 तक पहुंच गया है। साल 2015 से 2020 तक ऐसे कुल 4,556 मामले दर्ज किये गये। तो वहीं NCRB (नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो) के आंकड़ों के मुताबिक रेप के मामले में झारखंड देश में आठवें नंबर पर है। वर्ष 2021 में राज्य में रेप के 1,425 मामले दर्ज किए गए हैं। यानी हर 6 घंटे में दुष्कर्म की एक घटना हो रही है। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि ये वो आंकड़े है जो थाने में रजिस्टर्ड हुए हैं। यानी ऐसे अभी मामलों का कुछ पता नहीं जो थाने में दर्ज नहीं कराए गए।
NCRB की रिपोर्ट में 8 वें स्थान पर झारखंड
वहीं प्रदेश में बलात्कार के प्रयास के 164 मामले दर्ज किए गए हैं। इनमें से 55 मामले गैंगरेप के थे। 46 ऐसे मामले थे जिसमें पीड़िता दूसरी बार रेप का शिकार हुईं। आपको बता दें कि साल 2021 में झारखंड में रेप के मामलों में 720 लोगों को सजा हुई थी। जिसमें 703 पुरुष और 17 महिलाएं आरोपी थीं। एनसीआरबी की रिपोर्ट के मुताबिक झारखंड में 18 से 30 साल की महिलाएं सबसे ज्यादा असुरक्षित हैं। 2021 में रेप के 901 केस ऐसे हैं, जिसमें पीड़िताओं की उम्र 18 से 30 साल की थीं।