नई दिल्ली। कर्नाटक के सीएम (Karnataka CM) पद पर चर्चा के लिए पूर्व सीएम सिद्धारमैया दिल्ली पहुंच गए हैं। यहां वे कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के समक्ष प्रस्ताव पेश करेंगे। आज सुबह बंगलूरू में कर्नाटक के विधायक दल की बैठक हुई थी, जिसमें डीके शिवकुमार भी शामिल हुए थे और सीएम के पद को लेकर चर्चा की गई थी। इसमें विधायकों की राय लेकर प्रस्ताव पास कर दिया गया। जानकारी में सामने आया है कि सीएम के पद को लेकर डीके शिवकुमार और सिद्धरमैया के बीच में कांटे की टक्कर है। सिद्धारमैया के बाद अब डीके शिवकुमार भी आज शाम को दिल्ली के लिए रवाना हो रहे हैं।
दिल्ली जाने से पहले डीके शिवकुमार ने मीडिया से कहा कि मैं अकेला आदमी हूं, मैं एक बात में विश्वास करता हूं कि साहस वाला अकेला आदमी बहुमत बन जाता है … जब हमारे सभी विधायकों ने पार्टी छोड़ दी थी साल 2019 JDS -कांग्रेस गठबंधन सरकार में तो मैंने अपना दिल नहीं छोड़ा।
पहले दिल्ली जाने से किया था मना
बता दें कि इससे पहले सुबह डीके शिवकुमार ने दिल्ली जाने से मना कर दिया था। उन्होंने साफ-साफ कह दिया था कि मेरा जितना काम था मैंने कर दिया है। आज मेरा जन्मदिन है और मुझे पूजा-पाठ करना है। इसलिए मैं दिल्ली नहीं जा सकूंगा। जिसके बाद सिद्धारमैया अकेले ही दिल्ली पहुंच गए। डीके शिवकुमार के मना करने पर यह अंदेशा लगाया जाने लगा था कि शायद शिवकुमार का नाम सीएम पद के लिए कमजोर पड़ गया है। बैठक में ज्यादा वोट सिद्धारमैया को मिले हैं। इसलिए उन्होंने दिल्ली जाने से ही मना कर दिया। लेकिन इसके बाद अब फिर उनके दिल्ली जाने की खबर के साथ डीके शिवकुमार के सीएम पद की प्रबल संभावनाओं को भी बल मिला है।
सिद्धरमैया और डीके शिवकुमार में से किसे चुनेगी कांग्रेस
सिद्धरमैया और डीके शिवकुमार में से किसी एक को चुनना कांग्रेस के लिए काफी मुश्किल होने वाला है। क्यों कि सिद्धारमैया कर्नाटक के मुख्यमंत्री रह चुके हैं और उनके समर्थन में काफी विधायक हैं। वहीं डीके शिवकुमार भाजपा के कद्दावर नेता रह चुके हैं भाजपा के टिकट काटने के बाद वे कांग्रेस में शामिल हो गए थे। उनके कांग्रेस में आने के बाद से ही उन्हें सीएम पद का उम्मीदवार बताया जा रहा था। लेकिन डीके शिवकुमार पर 19 मामले दर्ज हैं। ऐसे में कांग्रेस को डीके शिवकुमार के नाम पर गहन विचार कर रही है।