पणजी। गोवा में इस समय SCO यानी शंघाई सहयोग संगठन (SCO Summit 2023) का शिखर सम्मेलन चल रहा है। इस सम्मेलन में पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो भी आए हुए हैं। आज भारतीय विदेश मंत्री के साथ फोटो खिंचाते समय एक अजीब वाकये ने सिर्फ देश की ही नहीं बल्कि पूरी दनिया के नेताओं के बीच में एक चर्चा का विषय दे दिया।
बिलावल सिर्फ हाथ जोड़कर फोटो खिंचाकर चले गए
दरअसल आज मेजबान भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर प्रसाद के साथ उनके समकक्ष फोटो खिंचवा रहे थे, जब पाकिस्तान का नंबर आया तो बिलावल भुट्टो आए, जयशंकर और भुट्टो ने एक दूसरे को नमस्ते किया, भुट्टो ने फोटो खिंचाई और चले गए। ना ही दूसरे समकक्षों की तरह उन दोनों ने हाथ मिलाया और ना ही कोई और बात कही। ये वाकया अब पूरे देश-दुनिया में चर्चा का विषय बन रहा है। बीते 12 सालों में पाकिस्तान का कोई नेता भारत के दौरे के लिए आया है। क्योंकि पाकिस्तान SCO का सदस्य देश है। इसलिए उसे इस बैठक में आना ही पड़ा।
बीते गुरुवार को गोवा में एससीओ सदस्य देशों की दो दिवसीय बैठक (SCO Summit 2023) शुरू हुई थी। कल गोवा आने पर बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा था कि वह मित्र देशों के अपने समकक्षों के साथ रचनात्मक चर्चा को लेकर आशान्वित हैं। गोवा पहुंचने पर मुझे खुशी हो रही है। मैं एससीओ में पाकिस्तान प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहा हूं और उम्मीद करता हूं कि एससीओ विदेश मंत्रियों की परिषद (सीएफएम) सफल होगी।भारतीय राजनयिक जेपी सिंह, संयुक्त सचिव, पाकिस्तान-अफगानिस्तान-ईरान डेस्क ने हवाई अड्डे पर बिलावल भुट्टो की आगवानी की थी।
अन्य समकक्षों का भी किया स्वागत
इस बैठक SCO Summit 2023 के लिए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एससीओ महासचिव झांग मिंग और चीनी विदेश मंत्री किन गैंग का भी स्वागत किया। उन्होंने किन गैंग के साथ बैठक की और सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति के लिए बातचीत की। इधर रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने भी हाथ जोड़कर अपने भारतीय समकक्ष जयशंकर का अभिवादन किया। इस बैठक में किर्गिस्तान, कजाकिस्तान, उज्बेकिस्तान और ताजिकिस्तान के विदेश मंत्रियों का भी विदेश मंत्री ने स्वागत किया।
बीत शाम को आयोजित हुआ सांस्कृतिक कार्यक्रम
बीते गुरूवार को भारत की तरफ से एक सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किया गया था जिसमें सभी मेहमान शामिल हुए थे। आज हो रही बैठक की थीम ‘सिक्योर-एससीओ’ है।
इस बार भारत कर रहा है SCO Summit 2023 की मेजबानी
बता दें कि शंघाई सहयोग संगठन यानी SCO की स्थापना 2001 में हुई थी। यह एक अंतर सरकारी संगठन है। इस संगठन में भारत, रूस, चीन, पाकिस्तान, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान देश शामिल हैं। शंघाई सहयोग संगठन की पिछली बैठक उज्बेकिस्तान के समरकंद में हुई थी।