Paramahamsa Acharya: सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य को गोली मारने वाले को 25 करोड़ रुपये इनाम देंगे की घोषणा परमहंस आचार्य द्वारा की गई है। आचार्य परमहंस के द्वारा इस तरह की धमकी देना का यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी परमहंस आचार्य इस तरह के विवादित बयान देकर चर्चाओं में आ चुके है। इससे पहले परमहंस आचार्य ने शाहरुख खान तो कभी उदयनिधि स्टालिन को धमकी दे चुके है।
सपा नेता भड़के
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम और भारत-पाकिस्तान विभाजन में जिन्ना की बजाय हिंदू महासभा की भूमिका को लेकर स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान पर परमहंस आचार्य ने कहा कि जो कुछ भी कहा गया है उसे कतई उचित नहीं ठहराया जा सकता।
उदनिधि को दे चुके धमकी
परमहंस आचार्य ने उदयनिधि द्वारा सनातन को लेकर दिए गए बयान से नाराज होकर उदनिधि का सिर काटने पर इनाम रख दिया है। अयोध्या के एक मंदिर के मुख्य पुजारी परमहंस आचार्य ने कहा था कि जो कोई भी स्टालिन का सिर काटकर मेरे पास लाएगा, उसे मैं 10 करोड़ रुपये का नकद इनाम दूंगा।
शाहरुख खान को जिंदा जलाने पर इनाम की घोषणा
परमहंस आचार्य ने फिल्म स्टार शाहरुख खान के लिए भी ऐसा ही ऐलान किया है। उन्होंने कहा था कि मैं शाहरुख खान को ढूंढ रहा हूं। जिस दिन मैं उसे ढूंढ लूंगा, उस जिहादी की खाल खींच लूंगा और जिंदा जला दूंगा। यदि कोई सनातनी शेर ऐसा करता है तो मैं उसके परिवार की आर्थिक मदद करूंगा।
जानिए कौन हैं जगद्गुरु परमहंस आचार्य
मूल रूप से बिहार के रहने वाले जगद्गुरु परमहंस आचार्य का पालन-पोषण मध्य प्रदेश के सीधी जिले में हुआ, जहाँ उनके माता-पिता बिहार से आए थे। करीब तीन दशक पहले परमहंस आचार्य का परिवार अयोध्या दर्शन के लिए आया था। यहां आकर 17 वर्षीय परमहंस इतने मंत्रमुग्ध हो गये कि उन्होंने वैराग्य अपना लिया और फिर कभी वापस नहीं गये। सरयू के किनारे कुटिया में रहने वाले परमहंस ने साल 2009 में महंत नृत्य गोपाल दास को अपना गुरु बनाया था। इसके बाद 2012 में जब पीठाधीश्वर सर्वेश्वर दास छावनी मठ के महंत बने तो परमहंस ने उनसे दीक्षा लेकर उन्हें अपना गुरु बनाया।
राम मंदिर के लिए किया था आमरण अनशन
साल 2018 में परमहंस आचार्य ने अयोध्या राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण की मांग को लेकर आमरण अनशन किया था। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हें अपने आवास पर बुलाया और अपने हाथों से जूस पिलाकर उनका अनशन खत्म कराया।
आत्महत्या की कोशिश की
साल 2021 में परमहंस आचार्य ने आत्महत्या करने की कोशिश की, उन्होंने यह प्रयास तब किया जब भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने की उनकी मांग पूरी नहीं हुई। चिता पर चढ़ने से पहले ही पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया और नजरबंद कर दिया।