Rahul Gandhi Press Conference : राहुल गांधी के नेतृत्व में निकाली जा रही Bharat Jodo Yatra का आज 15 वां दिन है। यात्रा के इन 15 दिनों में पहली बार राहुल गांधी मीडिया से मुखातिब हुए। उन्होंने आज प्रेस कांफ्रेंस कर अध्यक्ष पद और NIA की रेड समेत तमाम मुद्दों पर बातचीत की। राहुल गांधी ने NIA रेड को लेकर कहा कि अगर सांप्रदायिकता और हिंसा किसी भी रूप में है चाहे वो कहीं से भी हो उस पर जीरो टॉलरेंस पर होनी चाहिए।
‘केरल में सफल भारत जोड़ो यात्रा’
वहीं राहुल गांधी ने इस भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) को केरल में सफल बताया है। राहुल गांधी ने कहा कि हम एक ऐसी मशीन से लड़ रहे हैं जिसने भारत के संस्थागत ढांचे पर कब्जा कर लिया है। लोगों पर दबाव बनाने और धमकाने के लिए उनके पास असीमित संपत्ति है। इसका परिणाम हमने गोवा में देखा है। जहां पैसों से विधायकों को खरीदकर खुद की पार्टी में शामिल कर लिया।
‘विनाशकारी होती जा रही है बेरोजगारी
राहुल (Rahul Gandhi) ने कहा कि यह यात्रा जनता को यह बताने के लिए है कि उन्हें एकजुट होने और एक ऐसे भारत में वापस जाने की आवश्यकता है जो अपने आप में प्रेमपूर्ण और स्नेही था। महंगाई के मुद्दे पर राहुल ने कहा कि वर्तमान में जो बेरोजगारी है वो एक विनाशकारी रूप ले रही है। आज जरूरी सामानों की कीमतें आसमान छू रही हैं। बेरोजगारों को नौकरी नहीं मिल रही हैं। ये चिंताएं सभी पदयात्रियों को प्रोत्साहित करती रहती हैं और परस्पर जुड़ी हुई भी हैं।
‘एक व्यक्ति एक पद के संकल्प पर होगा काम’
राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने मीडिया के हर सवाल का जवाब दिया लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष पद के सवाल पर उन्होंने उल्टा पत्रकारों से सवाल दाग दिया कि आप लोग भाजपा और RSS से उनके अध्यक्ष चुनाव के बारे में क्यों नहीं पूछते। इसके बाद उन्होंने कहा कि जल्द ही आपको बता लग जाएगा कि क्या होने वाला है। कांग्रेस के कार्यकर्ताओं से मैं लगातार संवाद कर रहा हूं।
कांग्रेस उम्मीदवारों को सुझाव देने के सवाल पर उन्होंने कहा कि जो भी कांग्रेस अध्यक्ष बनेगा उसे मैं ही कहना चाहूंगा कि आप एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी के साथ एक ऐतिहासिक जगह लेने वाले हैं। कांग्रेस सिर्फ पार्टी ही नहीं है यह एक विचार धारा है। उन्होंने कहा कि मैं हम सभी ने उदयपुर चिंतन शिविर में जो कुछ तय किया था वह एक कमिटमेंट है। मैं आशा करता हूं कि आप उस कमिटमेंट पर खरे उतरेंगे। बता दें कि उदयपुर के चिंतन शिविर में एक व्यक्ति एक पद के संकल्प लिया गया था।