PM Modi Chhattisgarh Tour : बिलासपुर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज छत्तीसगढ़ के बिलासपुर शहर में भाजपा की ‘परिवर्तन यात्राओं’ के समापन समारोह में शामिल होंगे। पिछले तीन महीने में प्रधानमंत्री मोदी की छत्तीसगढ़ की यह तीसरी यात्रा है। राज्य में इस वर्ष के अंत में विधानसभा के चुनाव होंगे और कांग्रेस व भाजपा दोनों ही पार्टियां सत्ता में वापसी के लिए पूरी ताकत से जुटी हैं।
पिछले विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने भाजपा की 15 साल से जारी सत्ता को विराम लगा दिया था और इस बार वह मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार के कामकाज की बदौलत सत्ता में वापसी की उम्मीद पाले हुए है। कांग्रेस के तीन प्रमुख नेता राहुल गांधी, पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और प्रियंका गांधी वाड्रा के हाल के दौरे इसी बात के संकेत करते हैं। इसके अलावा आम आदमी पार्टी भी चुनाव मैदान में उतरने की तैयारी में है। आप नेता बिलासपुर में सभा कर चुके हैं। आप के अलावा भाजपा व कांग्रेस में भी बिलासपुर को लेकर सियासी घमासान मचा हुआ है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता अमित शाह ने गुरुवार को छत्तीसगढ़ का दौरा किया और प्रधानमंत्री की यात्रा से पहले पार्टी की चुनावी रणनीति को लेकर स्थानीय नेताओं के साथ मंथन किया। पीएम मोदी छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े संभाग बिलासपुर में ये दूसरी बार पीएम मोदी आ रहे हैं। इससे पहले 14 सितंबर को पीएम मोदी बिलासपुर संभाग के रायगढ़ जिले में चुनावी शंखनाद कर चुके हैं। वहीं 7 जुलाई को वे राजधानी रायपुर के दौरे पर आए थे।
प्रधानमंत्री महासंकल्प रैली को करेंगे संबोधित
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने संवाददाताओं को बताया कि प्रधानमंत्री मोदी दोपहर दो बजे यहां के साइंस कॉलेज मैदान में दो परिवर्तन यात्राओं के समापन समारोह परिवर्तन महासंकल्प रैली’ को संबोधित करेंगे। उन्होंने बताया कि पहली परिवर्तन यात्रा 12 सितंबर को दंतेवाड़ा (दक्षिणी छत्तीसगढ़) से निकाली गई थी, जबकि दूसरी 15 सितंबर को जशपुर (उत्तरी छत्तीसगढ़) से निकाली गई थी। साव ने बताया कि दोनों यात्राओं ने कुल 90 में से 87 विधानसभा क्षेत्रों में तीन हजार किलोमीटर से अधिक की दूरी तय की। बिलासपुर में समापन से पहले इन यात्राओं में 83 स्वागत सभाएं, चार रोड शो और विभिन्न सार्वजनिक सभाएं हुईं।
बिलासपुर पर क्यों टिकी है भाजपा की नजर!
बिलासपुर छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा संभाग है। जहां 8 जिलों में 25 विधानसभा सीट आती है। 2018 के विधानसभा चुनाव में यहां भाजपा कांग्रेस से पीछे रह गई थी। 25 में से कांग्रेस के पास 14, भाजपा 7, जोगी कांग्रेस 1 और बहुजन समाज पार्टी के पास 2 सीट है। वहीं जोगी कांग्रेस से अलग हुए धर्मजीत सिंह अब भाजपा में शामिल हो गए है।
इस लिहाज से भाजपा बिलासपुर संभाग में अपनी स्थिति बेहतर करने में पूरी ताकत झोंक रही है। इसके अलावा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव, विधानसभा नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल और पूर्व आईएएस ओपी चौधरी भी इसी संभाग से आते है। इसलिए भाजपा के बड़े नेताओं की साख दांव पर लगी है।
भाजपा की हुई थी करारी हार
छत्तीसगढ़ विधानसभा के लिए 2018 में हुए चुनाव में रमन सिंह के नेतृत्व वाली भाजपा की सरकार कांग्रेस से हार गई थी। 15 वर्ष तक सत्ता में रही भाजपा को इस चुनाव में केवल 15 सीटें की मिल सकी थी। कांग्रेस ने राज्य के 90 में से 68 विधानसभा सीटों की जीत हासिल की थी। कांग्रेस के पास वर्तमान में 71 सीटें हैं।
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