Nuh Haryana Violence: देश की राजधानी दिल्ली से सटे हरियाणा के कई इलाकों में सोमवार को सांप्रदायिक हिंसा की आग भड़क उठी जहां नूंह में बृजमंडल यात्रा पर पथराव के बाद दो समुदायों के बीच जमकर हिंसा हुई जिसमें आगजनी, पथराव और फायरिंग हुई. वहीं मेवात-नूंह में भड़की हिंसा सोमवार तक गुरुग्राम और पलवल के कई इलाकों में भी फैल गई. मिली जानकारी के मुताबिक हिंसा में अब तक 2 होमगार्ड सहित 5 लोगों की मौत हो गई.
वहीं नूंह में कर्फ्यू लगा दिया गया और अर्धसैनिक बलों की 20 टुकड़ियां तैनात की गई है. इसके अलावा नूंह, पलवल, मानेसर, सोहाना और पटौदी में इंटरनेट बंद किया गया है और RAF की टुकड़ी कई जगहों पर फ्लैग मार्च कर रही है.
वहीं जिसको लेकर बताया जा रहा है कि मेवात से सटे राजस्थान के भरतपुर में इस साल हुए नासिर और जुनैद हत्याकांड मामले में आरोपी चल रहे मोनू मानेसर के यात्रा में शामिल होने के लिए मेवात आने की खबर फैलने के बाद हिंसा की शुरूआत हुई. वहीं मोनू मानेसर का यात्रा से एक दिन पहले का एक वीडियो भी वायरल है जिसमें वह यात्रा में शामिल होने की बात कह रहा है. हालांकि एक मीडिया चैनल को दिए इंटरव्यू में मोनू मानेसर ने हिंसा से जुड़े होने को पूरी तरह से खारिज किया है.
सोशल मीडिया पर फेमस है मोनू मानेसर
बता दें कि 30 वर्षीय मोनू मानेसर बजरंग दल का नेता और गौरक्षक है. इस साल फरवरी में पहली बार मोनू का नाम सुर्खियों में आया था जब भिवानी में एक बोलेरो से दो कंकाल मिले थे जिनकी पहचान बाद में राजस्थान के जुनैद और नासिर के रुप में हुई थी. नासिर-जुनैद की हत्या में मोनू मानेसर का नाम आया था जिसमें वह आरोपी भी है. मोनू मानेसर हरियाणा से सटे इलाके खासकर मेवात में गोरक्षकों के बीच एक प्रमुख चेहरा माना जाता है.
वहीं वह गो-तस्करी रोकने के लिए अपनी टीम के साथ काम करने का दावा करता है. इससे पहले भी मोनू गोतस्करी विरोधी कई अभियानों में चर्चा में आता रहा है. इधर मोनू यूट्यूब पर भी फेमस है जहां वह कथित गोतस्करों को पकड़ने के वीडियो लगाता है और फेसबुक पर 83000 और यूट्यूब पर उसके 2,05,000 सब्सक्राइबर्स हैं.
गौरक्षा के लिए हरियाणा में हीरो वाली छवि
वहीं मोनू की कई नेताओं और पुलिस के अधिकारियों के साथ भी कई फोटो समय-समय पर सोशल मीडिया पर वायरल होती रहती है. इसके अलावा मोनू हरियाणा सरकार के गौरक्षा टास्क फोर्स का सदस्य भी है. 30 साल का मोनू ने पॉलिटेक्निक कॉलेज से डिप्लोमा किया है जहां अभी हरियाणा के मानेसर में उसके कई कमरे हैं जिनमें रहने वाले मजदूरों से आने वाला किराया उसकी कमाई का जरिया है.
मोनू के पिता ड्राइवर थे जो बस और डंपर चलाते थे. वहीं मोनू 2011 में बजरंग दल में शामिल हुआ जिसके बाद पिछले 10 सालों से वह संगठन में सक्रिय है. इसके अलावा 2022 में मोनू को राज्य सरकार ने गौरक्षा टास्क फोर्स का सदस्य बनाया था.