National Herald Case : ED ने बीते बुधवार को नेशनल हेराल्ड दफ्तर को सील कर दिया था। इसके अलावा कांग्रेस मुख्यालय पर भी बैरिकेडिंग लगा दी थी। जिससे कांग्रेस अब तिलमिला गई है। इसे लेकर आज सुबह 10 बजे कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की बैठक होगी। इस मीटिंग में सोनिया गांधी, राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खडगे, जयराम नरेश समेत कई नेता शामिल होंगे। आपको बता दें कि कल ED की कार्रवाई के बाद मल्लिकार्जुन खडगे, सलमान खुर्शीद, पी चिदंबरम AICC के दफ्तर पहुंचे थे।
प्रेस कांफ्रेस कर पुलिस पर असंवैधानिक तरीके से घेराव का लगाया आरोप
ED के नेशनल हेराल्ड ऑफिस सील करने के बाद पुलिस ने कांग्रेस मुख्यालय पर बैरिकेडिंग लगा दी थी। इसके साथ ही ED ने बिना इजाजात किसी को भी ओंदर आने-जाने के लिेए मना कर दिया था। इस कार्रवाई के बाद बीती शाम को कांग्रेस ने एक प्रेस कांफ्रेंस की थी। जिसमें कांग्रेस महासचिव जयराम नरेश, अभिषेक मुन सिंघवी ने कांग्रेस के दफ्तर और सोनिया गांधी के आवास का घेराव करने पर दिल्ली पुलिस पर आरोप लगाया। उन्होेंने इस कार्रवाई को असंवैधानिक करार दिया था। बता दें कि सोनिया गांधी के 10 जनपथ आवास पर भी पुलिस ने बैरिकेडिंग की है और 10 जनपथ आने वाले सभी रास्तों को बंद कर दिया था।
क्या है नेशनल हेराल्ड केस
दरअसल भाजपा नेता और वरिष्ठ वकील सुब्रमण्यम स्वामी ने साल 2012 में नेशनल हेराल्ड अखबार ( National Herald News Paper Case ) के खिलाफ पटियाला हाउसकोर्ट में मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज कराया था। उन्होंने सोनिया गांधी, राहुल गांधी, मोतीलाला वोरा, ऑस्कर फर्नांडिज, सैम पित्रोदा और सुमन दुबे के खिलाफ केस दर्ज कराया था। इन पर नेशनल हेराल्ड अखबार को पैसों की हेराफरी हड़पने का आरोप लगाया था। 26 जून 2014 में कोर्ट ने सोनिया गांधी, राहुल गांधी समेत सभी आरोपियों को समन जारी किया। 1 अगस्त 2014 को ED ने इस मामले का स्वतः संज्ञान लिया और मामला दर्ज किया।
ED की इस कार्रवाई को लेकर प्रदेश मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि 10 जनपथ को छावनी बनाने की इस कार्रवाई को अघोषित आपातकाल है। NDA की इस तानाशाही के खिलाफ अगर कांग्रेस के साथ देश की जनता खड़ी नहीं हुई तो इसका खामियाजा देश को भुगतना पड़ेगा।